Karwa Chauth 2025 Puja Samagri List In Hindi: हिंदू धर्म में करवा चौथ का पर्व बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी जीवन की कामना करते हुए दिनभर निर्जला उपवास रखती हैं। वहीं, कुछ अविवाहित कन्याएं भी अपने भावी जीवनसाथी की मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं। नवविवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उनके वैवाहिक जीवन की पहली बड़ी पूजा मानी जाती है। इस दिन महिलाएं सोहल श्रृंगार करने के साथ माता करवा की पूजा करने के साथ चंद्रोदय के समय चंद्रदेव को अर्घ्य देने के साथ पूजा करती है। इसके बाद अपना निर्जला व्रत खोलती है। अगर आप भी इस वर्ष करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं, तो पूजा से पहले पूरी तैयारी कर लें ताकि पूजन के समय किसी प्रकार की असुविधा न हो। आइए जानते हैं कि करवा चौथ की पूजा थाली में कौन-कौन सी सामग्री अवश्य शामिल होनी चाहिए। जानें करवा चौथ की संपूर्ण सामग्री…

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का शुभ मुहुर्त, पूजा विधि, आरती और चंद्रोदय का समय

करवा चौथ 2025 पर चांद निकलने का समय (Karwa Chauth Moonrise Time 2025)

करवा चौथ पर चांद निकलने का समय शाम 08 बजकर 10 मिनट पर होगा।। शहर के हिसाब से थोड़ा आगे पीछे हो सकता है।

करवा चौथ 2025 सामग्री (Karwa Chauth 2025 Samagri List)

  • मिट्टी, पीतल या तांबे का करवा
  • करवा चौथ की सामग्री रखने के लिए थाली
  • करवा ढकने के लिए ढक्कन या कटोरी
  • करवा व्रत कथा की पुस्तक
  • छलनी
  • 5 या 7 सींक
  • फूल
  • माला
  • कच्चा दूध
  • पान
  • कलश
  • चंदन
  • हल्दी
  • चावल
  • मिठाई
  • दही
  • देसी घी
  • शहद
  • पिसी हुई चीनी
  • रोली
  • कुमकुम
  • मौली
  • अक्षत
  • आठ पूरियों की अठावरी
  • बिछिया या पायल
  • आटा की लोई
  • थोड़े चावल
  • घी का दीपक
  • अगरबत्ती या धूपबत्ती

सोलह श्रृंगार की सामग्रियां (Solah Shringar Samagri)

अलता यानी महावर, सिंदूर, मेहंदी, बिंदिया, काजल, कंघा, बिछिया, मंगलसूत्र, चूड़ी, गजरा, मांग टीका, कमर बंद, कानों के झुमके, इत्र,बाजूबंद, कमरबंद आदि रख सकते हैं।

करवा चौथ की थाली (Karva Chauth Ki Thali Samagri)

करवा चौथ की पूजा के समय महिलाएं थाली में सभी पूजन सामग्री सजा कर रखती हैं। इसी थाली से वे पहले चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और फिर पति का दर्शन करती हैं। इसलिए पूजा थाली में करवा के साथ-साथ छलनी, मिट्टी या आटे से बना दीपक, सिंदूर, पानी से भरा लोटा, मिट्टी के पांच छोटे डेलिये, कांस की तीलियां और मिठाई अवश्य रखी जाती हैं।

दिवाली के बाद नवबंर माह में ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करके वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में मीन राशि में विराजमान शनि के साथ संयोग करके नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे। इस राजयोग का निर्माण होने से 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियोें के बारे में

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मिथुन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकर्क राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
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तुला राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृश्चिक राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
धनु राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमकर राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
कुंभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमीन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल

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