Kartik Purnima 2024: हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन देवी-देवताओं की पूजा, स्नान-दान और दीप जलाने का बहुत अधिक महत्व है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूजा करने और दीपदान करने से भगवान साधक की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं साथ ही घर में सुख-शांति आती है। पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था। इसलिए इस दिन भगवान शिव की भी पूजा की जाती है। वहीं वास्तु शास्त्र की मानें तो कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अगर कोई व्यक्ति इन 5 जगहों पर दीपक जलाता है तो उसके घर से वास्तु दोष दूर हो जाता है। आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा के दिन कहां पर दीप जलाना शुभ माना जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा 2024 तिथि और स्नान-दान का समय
बता दें कि इस साल कार्तिक पूर्णिमा आज यानी 15 नवंबर 2024 को मनाई जा रही है। पंचांग के मुताबिक, ये तिथि 15 नवंबर की सुबह 6:19 बजे शुरू होकर 16 नवंबर की सुबह 2:58 बजे खत्म होगी। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके दान करना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके लिए स्नान और दान का सही समय सुबह 4:58 से 5:51 बजे तक है। इसके अलावा सत्यनारायण पूजा का समय सुबह 6:44 से 10:45 बजे तक रहेगा और चंद्रोदय का समय शाम 4:51 बजे है।
देव दीपावली का शुभ मुहूर्त
देव दीपावली का समय शाम 5:10 से रात 7:47 बजे तक है। इस समय दीप जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दौरान घऱ में दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है।
घर में दीपक जलाने के 5 खास स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर के इन 5 खास जगहों पर दीपक जलाने से घर का वास्तु सही होता है और परिवार में प्रेम और खुशहाली बनी रहती है। वास्तु शास्त्र की मानें तो अगर घर में तुलसी का पौधा हो तो उसके पास घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। इससे तुलसी माता का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। तुलसी के पेड़ के अलावा घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ दीप जलाने से लक्ष्मी माता का वास होता है और आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
घर के मंदिर में दीपक जलाना भी बहुत शुभ माना गया है। इससे भगवान का आशीर्वाद मिलता है और घर में शांति और सकारात्मकता आती है। वहीं रसोई के पास दीप जलाने से घर में अन्न का भंडार बना रहता है और घर में बरकत होती है। साथ ही इस दिन आंगन में दीप जलाने से घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।
कार्तिक पूर्णिमा की पूजा
इस दिन सुबह उठकर स्नान करना, दान-पुण्य करना और भगवान शिव की पूजा करना बहुत शुभ माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा पर सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने का भी विशेष महत्व है। कहते हैं कि इस दिन पूजा करने से सभी दुख दूर होते हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
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