Kanya Sankranti 2023: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य हर एक माह की अवधि में राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा उन्हें आने में पूरा एक साथ लग जाता है। जब सूर्य राशि परिवर्तन करते हैं, तो उसे संक्रांति कहा जाता है। ऐसे ही 17 सितंबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर सूर्य कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में इस दिन कन्या संक्रांति पड़ रही है। कन्या संक्रांति के दिन स्नान दान करने के साथ कुछ खास काम करना लाभकारी हो सकते हैं। 

कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा भी है। इसके साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग के साथ द्विपुष्कर योग बन रहा है। ऐसे में इस दिन कुछ खास काम करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

कन्या संक्रांति पर करें ये उपाय

दान

कन्या संक्रांति के दिन जरूरतमंदों और गरीबों को वस्त्र, अनाज के साथ आर्थिक दान करना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

करें पितृ तर्पण

कन्या संक्रांति के दिन पितरों का निमित्त शांति कर्म करने का शुभ दिन माना जाता है। इस दिन पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करना शुभ माना जाता है। कन्या संक्रांति के दिन पितरों का श्राद्ध करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही पितरों के आशीर्वाद से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

सूर्य को दें अर्घ्य

कन्या संक्रांति के दिन सूर्य को अर्घ्य देना शुभ होगा। तांबे के लोटे में जल, सिंदूर, अक्षत के साथ लाल फूल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। ऐसा करने से सूर्यदेव अति प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है।

करें विश्वकर्मा पूजा

शास्त्रों के अनुसार,जहां ब्रह्मा जी ने इस संसार की रचना की खथी, वहीं भगवान विश्वकर्मा ने इस संसार को सुंदर बनाने का काम किया। इसी के कारण उन्हें सबसे बड़ा इंजीनियर भी कहा जाता है। ऐसे में विश्वकर्मा पूजा के दिन उनकी विधिवत पूजा करने के साथ कुछ ज्योतिषीय उपाय करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही बिजनेस में अपार सफलता और धन लाभ मिलता है।

कन्या संक्रांति पर करें दीपदान

कन्या संक्रांति के दिन दीपदान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करने के साथ दीपदान करना चाहिए। ऐसा करने से शत्रु का भय नहीं सताता है। इसके साथ ही धन, ज्ञान, यश और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। 

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।