Kamika Ekadashi 2022 Puja Benefits: सावन महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो चुकी है। सावन महीने में पड़ने वाले सभी पूजा-व्रत का भी खास महत्व होता है। इन महीने कामिका एकादशी पड़ रही है जिसका व्रत 24 जुलाई को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करने का विधान है। वहीं इस दिन तीन विशेष मुहूर्त भी बन रहे हैं। साथ ही मान्यता है कि इस व्रत को करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट होते हैं। आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व
ये बन रहे हैं शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार कामिका एकादशी के दिन मतलब 24 जुलाई को प्रात:काल से वृद्धि योग आरंभ होगा जो कि दोपहर बाद 02 बजकर 01 मिनट तक रहेगा। साथ ही उसके बाद से ध्रुव योग शुरू हो जाएगा। इसी दिन द्विपुष्कर योग भी बन रहा है। द्विपुष्कर योग 24 जुलाई को रात 10 बजे से 24 जुलाई सुबह 05 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। ये योग एकादशी के महत्व को दोगुना कर रहे हैं। साथ ही इन योगों में पूजा पाठ करने से जो भी पुण्य प्राप्त होता है, उसमें वृद्धि होती है।
कामिका एकादशी पूजा मुहूर्त
- एकादशी तिथि शुरू- शनिवार 23 जुलाई 2022 सुबह 11:28 से
- एकादशी तिथि अंत: रविवार 24 जुलाई 2022 दोपहर 01:46 तक
- कामिका एकादशी व्रत- उदयातिथि के मुताबिक 24 जुलाई एकादशी का व्रत मान्य होगा
एकादशी व्रत पारण: सोमवार 25 जुलाई 2022 सुबह 05:39 से 08:23 तक
कामिका एकादशी व्रत का महत्व
शास्त्रों के अनुसार कामिका एकादशी इस व्रत का पारण करने से मनुष्य को सभी तीर्थ स्थलों पर स्नान करने के समान ही पुण्य लाभ होता है। इस व्रत की कथा सुनने से पाप नष्ट होते हैं। जो भी व्यक्ति विधिपूर्वक कामिका एकादशी व्रत रखता है और भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करता है, उसे मृत्य बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
जानिए पूजा-विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ स्वच्छ कपड़े पहने। दीप प्रज्वलित कर मन में व्रत का संकल्प लें। पीत वस्त्र का संबंध विष्णु भगवान से माना जाता है। इसलिए इसके बाद एक चौकी में पीला कपड़ा बिछाकर इस पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद भगवान विष्णु का गंगाजल से अभिषेक करें। भगवान को फल, फूल, तुलसी दल पंचामृत चढ़ाएं और सात्विक चीजों का भोग लगाएं। साथ ही उनसे सुख- समृद्धि का आशीर्वाद मांगे।