Brahma Ji Ki kaliyug Se Judi Bhavishyavani: ब्रह्मा जी को सृष्टि का रचनाकार माना जाता है। इसी के कारण उन्हें सृजन का देवता कहा जाता है। ब्रह्मा जी ने चार युगों का निर्माण किया था, जिसमें से एक कलयुग है। ऐसे में श्री कृष्ण के अलावा ब्रह्मा जी ने स्वयं कलियुग को लेकर कई भविष्यवाणियां की थी। कहा जाता है कि कलियुग में पाप अपने चरम पर होगा। इस समय कलयुग ही चल रहा है। भविष्योत्तर पुराण के अनुसार ब्रह्मा जी ने भी कलयुग को लेकर कुछ बातें कही थी। आइए जानते हैं ब्रह्मा जी ने कलयुग को लेकर क्या कहा था…
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कलियुग युग के प्रभाव महाभारत में अच्छी तरह से किया गया है। सेतु में कहा गया है कि कलयुग में मनुष्य लालची, क्रोधी और कामी होंगे और एक-दूसरे से गाली-गलौज करेंगे। यह मानव जाति के विरुद्ध चलेंगे और बार-बार प्रचंड हवाएं चलेंगी और बार-बार भयावह बाढ़ आएंगी। उम्र के आखिरी दिनों में इंसान फारसियों को लूटेंगे और उन्हें मार देंगे युग के अंत तक लोग तप-तप छोड़ देंगे और नास्तिक और चोर बन जाएंगे।
भविष्योत्तर पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने नारद जी से कलयुग को लेकर कुछ भविष्यवाणी की थी, जो इस प्रकार है।
आचरण में होगा बड़ा बदलाव
ब्रह्मा जी कहते हैं कि भयंकर कलयुग के आने पर मनुष्य का आचरण दुष्ट हो जाएगा। आम इंसान नहीं बल्कि योगी के आचरण में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और वह भी दुष्ट चित्त वाले होंगे।
ये लोग करेंगे दुष्कर्म
संसार में परस्पर विरोध फैल जाएगा। इसके साथ ही द्विज यानी ब्राह्मण क्षत्रिय और वैश्य दुष्ट कर्म करने वाले होंगे। इतना ही नहीं राजाओं में भी चरित्रहीनता आ जाएगी। ऐसे में देश से लेकर गांवों तक कष्ट ही कष्ट होगा। संत जन काफी दुखी होंगे।
लोग लेंगे दूसरे धर्म का आश्रय
ब्रह्मा जी कहते हैं कि भयंकर कलयुग में एक ऐसा वक्त आएगा कि लोग अपने धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म का आश्रय लेंगे। इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा। मोह-माया के फंस जाएंगे। मनुष्यों की बुद्धि धर्म से विपरीत हो जाएगी।
धर्म को लेकर महर्षि व्यास ने कहीं ये बात
महर्षि व्यास जी ने भी कलयुग को लेकर काफी कुछ कहा है। उनके अनुसार धर्म का धीरे-धीरे नाश हो सकता है। वेदों का कोई भी पालन नहीं करेगा। इतना ही नहीं कलयुग में विवाह को धर्म नहीं माना जाएगा। पुत्र भी अपने धर्म का पालन नहीं करेंगे। शिष्य अपने गुरु के अधीन नहीं रहेंगे। कोई भी किसी भी कुल में पैदा ही क्यों न हुई हो, लेकिन वह अगर बलवान है, तो वहीं स्वामी कहलाएंगा।
नए साल 2025 में कई ग्रहों की स्थिति में बदलाव होगा, जिसका असर देश-दुनिया में देखने को मिलने वाला है। ऐसे ही जनवरी माह में मीन राशि में राहु और शुक्र की युति होने वाली है, जिससे कुछ राशि के जातकों के ऊपर से पापी ग्रह राहु का प्रभाव कम हो सकता है। ऐसे में इन राशियों को नौकरी-बिजनेस में अपार सफलता के साथ-साथ खूब धन लाभ हो सकता है। जानें इन राशियों के बारे में
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