ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ युति (योग) बनाता है। तो उसका सीधा असर मानव जीवन और पृथ्वी पर पड़ता है। आपको बता दें कि देवताओं के गुरु बृहस्पति और दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य की युति बनने जा रही है। यह युति 27 अप्रैल को मीन राशि में बनेगी। वैदिक ज्योतिष में गुरु को ज्ञान और वृद्धि का कारक माना जाता है तो वहीं शुक्र ग्रह को धन, वैभव और ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। इसलिए इस योग को ज्योतिष के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसलिए इस योग का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों से जुड़े जातकों पर पड़ेगा, लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको विशेष लाभ हो सकता है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…

वृष राशि: आपकी गोचर कुंडली में यह युति 11वें स्थान में बनेगी। जिसे आय और लाभ का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। धन आगमन के नए मार्ग बनेंगे। साथ ही आय के नए- नए स्त्रोत भी बन सकते हैं। पेशेवर जीवन में अच्छी सफलता प्राप्त होगी। व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा। वृष राशि के स्वामी खुद शुक्र ग्रह हैं। इसलिए आप लोगों पर शुक्र देव की विशेष कृपा रहेगी। वहीं जो लोग फिल्म और मीडिया लाइन से जुड़े हुए हैं उनको यह समय शानदार रहने वाला है।

मिथुन राशि: आपके लिए यह युति शुभ फलदायी साबित हो सकती है। क्योकि आपकी राशि से यह युति दशम भाव में बनेगी। जिसे कर्मक्षेत्र और जॉब का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस दौरान आपको नई जॉब का प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही अगर आप जॉब कर रहे हैं तो आपका प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है। इस समय बिजनेस में अच्छा धनलाभ हो सकता है। साथ ही कारोबार का विस्तार हो सकता है। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठजनों का सहयोग भी प्राप्त होगा। वहीं जो लोग वकालत और मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनको यह समय लाभकारी साबित हो सकता है।

कर्क राशि: आपकी गोचर कुंडली से गुरु और शुक्र ग्रह की युति नवम स्थान में बनेगी। जिसे भाग्य और विदेश स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय भाग्य का आपको पूरा साथ मिलेगा। साथ ही अटके हुए काम भी बनते हुए नजर आएंगे। बिजनेस में जो डील फंसी हुई थी वो भी फाइनल हो सकती है। आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा । वाहन सुख की प्राप्ति के प्रबल आसार हैं। आय में अच्छी बढ़ोतरी की संभावना है। जो प्रतियोगी छात्र हैं उनको भी इस समय भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। मतलब उनको किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है या फिर उच्छ पढ़ाई के लिए किसी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।