Jupiter Transit 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति नौ ग्रहों में से काफी शुभ ग्रहों में से एक माने जाते हैं। ऐसे में देवगुरु के राशि परिवर्तन करने का असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ता है। गुरु को मान-सम्मान, धन-ऐश्वर्य, शेयर मार्केट, राजनीति, कूटनीति, संतान आदि का कारक माना जाता है। गुरु एक राशि में करीब 1 साल तक रहते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 साल का वक्त लगता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु 1 मई को अपनी स्वराशि मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। शुक्र की राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं शुक्र की राशि वृषभ में गुरु बृहस्पति के प्रवेश करने से किन राशियों को मिलेगा लाभ…

ज्योतिष शास्त्र क अनुसार, गुरु बृहस्पति 1 मई को दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। जहां पर 14 मई 2025 तक रहेंगे।

वृषभ राशि (Vrishbha Zodiac)

इस राशि में देवगुरु लग्न भाव में प्रवेश कर रहे हैं और अष्टम और ग्यारहवें भाव के स्वामी है। कुंडली का पहला भाव स्वयं और व्यक्तित्व को दर्शाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों को लाभ मिलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। करियर के लिहाज से इस राशि के जातकों को अपरा सफलता के साथ तरक्की मिल सरती है। करियर में किसी भी प्रकार की आ रही समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। आपके लिए गुरु का राशि परिवर्तन करना अनुकूल साबित हो सकती है। तरक्की की राह में बढ़ते हुए आप खूब लाभ कमा सकते है। हर एक अड़चन से छुटकारा मिल सरता है। निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी, जिससे आप भविष्य को लेकर अच्छा निर्णय ले सकते हैं। इसके साथ ही गुरु की कृपा से आर्थिक स्थिति भी सही रहने वाली है। धन से जुड़े कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं। इससे आपको आने वाले समय में खूब लाभ मिल सकते हैं। लेकिन बेकार के खर्चों से परेशान रह सकते हैं। इसमें आपको ही लगाम लगाने की जरूरत है। सेहत के लिहास से गुरु का वृषभ राशि में जाना अनुकूल साबित हो सकता है। इस राशि के जातकों को शारीरिक और मानिसक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक होगा। इससे आपको शांति और सुकून मिल सकती है।

मिथुन राशि (Mithun Zodiac)

इस राशि में गुरु बारहवें भाव में प्रवेश कर रहे हैं। गुरु सातवें और दसवें भाव के स्वामी है। बारहवें भाव की बात करें, तो इसे विदेश यात्रा, अध्यात्म और हानि का कारक माना जाता है। गुरु का राशि परिवर्तन करना इस राशि के जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में आप सफल हो सकते हैं। इसके साथ ही जो जातक रिसर्च की पढ़ाई कर रहे हैं, तो उन्हें भी लाभ मिल सकती है। लेकिन गुरु बृहस्पति की दृष्टि छठे भाव में पड़ रही है। ऐसे में करियर संबंधी कुछ चुनौतियां आ सकती है, लेकिन इन्हें आप आसानी से पार कर लें। काम के चलते वरिष्ठों की नजरों पर आपका सम्मान बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति की बात करें, तो पैसा तो खूब कमाएंगे। लेकिन धार्मिक कार्यों में खर्च करने में पीछे नहीं हटेंगे। लेकिन एक सीमित मात्रा में पैसा खर्च करें, वरना तंगी का कारण बन सकता है। पार्टनर के साथ आपका रिश्ता मजबूत मनेगा। इसके साथ ही पार्टनर के सहयोग से आप हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। पेशेवर जीवन में आपकी किसी नए व्यक्ति से मुलाकात भी हो सकती है। स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है। विदेश से भी व्यापार में लाभ मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। जो जातक नौकरी या फिर शिक्षा के लिए विदेश जाने का सपना देख रहे हैं, तो उन्हें सफलता हासिल हो सकती है।

कर्क राशि (Kark Zodiac)

इस राशि में गुरु बृहस्पति ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं और वह छठे और नौवें भाव के स्वामी है। बता दें कि छठा भाव रोग, कर्ज आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। व्यापार के क्षेत्र में खूब सफलता हासिल हो सकती है। इसके साथ ही बिजनेस बढ़ाने का कई अवसर मिल सकते हैं, जिन्हें आपको जरीर भुनाना चाहिए। इससे आपको अच्छा रिचर्न मिल सकता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि शेयर मार्केट और सट्टेबाजी में पैसा लगाने से पहले सोच विटार कर लें। करियर की दृष्टि से गुरु का राशि परिवर्तन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। कार्यस्थल में आपके द्वारा की गई मेहनत का फल आपको अब मिल सकता है। वरिष्ठ अधिकारी आपके काम की तारीफ करेंगे। ऐसे में आपको सराहना के साथ तरक्की मिलि सकती है। व्यापार से जुड़ी कुछ यात्राएं कर सकते हैं। इसमें आपको लाभ मिलेगा। लव लाइफ के मामले में गुरु का गोचर लकी साबित हो सकती है।

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