वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन का असर हर राशि के जातकों के जीवन पर किसी न किसी तरह जरूर पड़ता है। बता दें कि  22 अप्रैल देव गुरु बृहस्पति 12 वर्षों बाद मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। मेष राशि में जाने से कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इन्हीं योगों में से एक ‘विपरीत राजयोग’ का निर्माण हो चुका है। विपरीत राजयोग बनने से कई राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती हैं। जानिए मेष राशि में विपरीत राजयोग बनने से किन राशियों को मिलने वाला है बंपर लाभ।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विपरीत राजयोग का निर्माण होने से व्यक्ति को धन लाभ के साथ वाहन, संपत्ति का सुख प्राप्त होता है। जब कुंडली के छठे, आठवें, बारहवें, भाव के स्वामी युति संबंध बनाते हैं, तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है।

मिथुन राशि

मेष राशि में विपरीत राजयोग बनने से इस राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। अचानक धन लाभ के साथ आय के नए स्तोत्र खुल सकते हैं। इसके साथ ही नौकरी में भी पदोन्नति और इंक्रीमेंट मिल सकता है। अगर बिजनेस में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस अवधि में करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।  

कर्क राशि

इस राशि के जातकों को भी विपरीत राजयोग का विशेष लाभ मिलने वाला है। हर क्षेत्र में सफलता मिलने के साथ आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं। करियर में भी उड़ान भर सकते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है। लव लाइफ और दांपत्य जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है।

कन्या राशि

इस राशि के जातकों के लंबे समय से रुके हुए काम सुचारू रूप से शुरू हो सकते हैं। कर्ज से भी छुटकारा मिल सकता है। नौकरी और बिजनेस में अपार सफलता के साथ मुनाफा हो सकता है। वैवाहिक जीवन में भी खुशियां आ सकती है। पद-प्रतिष्ठा की वृद्धि हो सकती है।

तुला राशि

इस राशि के जातकों के लिए भी विपरीत राजयोग खुशियां ही खुशियां लेकर आ सकता है। व्यापार में कई गुना अधिक फल की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही लंबे समय से रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। आर्थिक स्थिति तेजी से मजबूत हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बीत सकता है।