Guru Margi 2022, Jupiter Transit: ज्योतिष में ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व है। ग्रह का परिवर्तन या उसकी चाल में परिवर्तन लोगों को प्रभावित करता है। गुरु गिवाली के बाद वक्री मार्गी होगी। जानकारी के लिए बता दें कि देवगुरु बृहस्पति ने 29 जुलाई 2022 को मीन राशि में गोचर किया था। गुरु वक्री अवस्था यानी की उल्टी चाल में चल रहे थे। अब 26 अक्टूबर मीन राशि में मार्गी हो रहे हैं। बृहस्पति 24 नवंबर 2022 तक इसी राशि में रहेंगे। गुरु के मार्गी होने के साथ ही कुछ राशियों के लोगों की किस्मत चमक सकती है-
वृष राशि: मीन राशि में बृहस्पति देव वृष राशि वालों के लिए अच्छा समय लेकर आएंगे। वृष राशि वालों को आय में सफलता मिलेगी। आय के नए स्रोतों में वृद्धि होगी और आय में वृद्धि होगी। वाहन और संपत्ति खरीदने के योग बन रहे हैं। रिश्तों में मधुरता आएगी। नए लोगों से मुलाकात बढ़ेगी।
मिथुन राशि: गुरु के मीन राशि में मार्गी होने के साथ ही इस राशि के लोगों को नौकरी का नया ऑफर मिल सकता है। मिथुन राशि के जातक इस समयावधि में प्रगति कर सकते हैं। व्यापार में बड़े सौदे मिल सकते हैं। इस दौरान उन्हें भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही पुरानी बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है।
कर्क राशि: गुरु के मार्गी में होने से कर्क राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। रुके हुए काम पूरे होंगे। व्यापार में अच्छा लाभ हो सकता है। जो लोग विदेश व्यापार से जुड़े हैं। उन्हें अधिक लाभ होगा। साथ ही व्यापार से जुड़े मामलों के लिए आप विदेश जा सकते हैं।
कुंभ राशि : बृहस्पति के मीन राशि में मार्गी होने के साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। विद्यार्थियों को अपेक्षित सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में आपकी प्रशंसा होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि होगी। व्यापार में लाभ में वृद्धि होगी।
केले के पेड़ की करनी चाहिए पूजा
धार्मिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार देवगुरु बृहस्पति महर्षि अंगिरा के पुत्र हैं। शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति ग्रह ब्रह्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं। मान्यता के अनुसार केले के पेड़ की गुरु के रूप में पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।