Jaya Kishori On Marriage: एक परफेक्ट लाइफ पार्टनर की तलाश हर किसी को रहती है। हर कोई अपने जीवनसाथी से बहुत कुछ उम्मीदें रखता है। आज के समय में देखा जाता है कि कई लोगों के विवाह संबंध लंबे समय तक नहीं चल पाते। अरेंज मैरेज ही नहीं बल्कि लव मैरिज में भी ये समस्या देखने को मिलती है। क्या है उसका कारण और कैसे हम अपने लिए सही लाइफ पार्टनर का चुनाव कर सकते हैं, जानिए…

दिमाग से लें शादी का निर्णय: कथावाचक जया किशोरी के यूट्यूब चैनल Iamjayakishori पर अपलोड एक वीडियो में जया किशोरी कहती हैं कि शादी के फैसले तुरंत नहीं लिये जाते। ये हमारे लिए बहुत बड़ी चीज होती है। चाहे लव मैरिज हो या फिर अरेंज मैरिज, तुरंत कुछ मुलाकातों में ही शादी का फैसला नहीं ले लेना चाहिए। आज के समय में हम दिमाग से नहीं सोचते। आपने दिल से सोचा आपको सबकुछ ठीक लगा तो शादी करने का फैसला ले लिया। इसके बाद सब आदतें सामने आ रही हैं। कुछ समय के लिए तो हर इंसान अच्छा होता है।

शादी का निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें: आगे जया किशोरी कहती हैं कि अरेंज मैरिज में भी आप अपने बच्चों को मिलने दें क्योंकि एक दो मुलाकातों में कौन बुरा बनेगा। तीसरी-चौथी मुलाकात में इंसान की असलियत सामने आती है। कहते हैं कि किसी को पहचानना है तो उसे बोलने दो। क्योंकि बोली उसके स्वभाव को बता देगी कि वो कैसा व्यक्ति है। इसलिए जरूरी है कि स्वभाव समझें। जब स्वभाव समझने का मौका नहीं मिलता और आगे जाकर असलियत सामने आती है तब लगता है कि ये रिश्ता तो अब चलने वाला नहीं है। तो इस बारे में तो आपको पहले ही सोचना चाहिए था। लेकिन हां जो पूरा समय लेते हैं अगर उसके बाद भी ऐसा लगे तो वो तो किस्मत है। लेकिन खुद ही जल्दबाजी में फैसला लेकर बाद में पछताना ठीक नहीं है। किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं जया किशोरी की फीस, जानिये अपनी कमाई का क्या करती हैं

सिर्फ किसी का अच्छापन देखकर न करें शादी: कहा जाता है कि अच्छी चीजों से तो हर कोई प्यार करता है फिर वो प्यार थोड़ी है। अगर मेरे अंदर कोई अच्छाई है उसे कोई इंसान पसंद कर रहा है तो इसमें खास बात क्या है क्योंकि मेरी उस आदत को तो पूरी दुनिया ही पसंद कर रही है। लेकिन मुझमें जो बुराई है उस चीज को भी कोई ठीक करे और उसे अपनाए तब आप उसके साथ रह सकते हैं। जानिए अपनी शादी को लेकर जया किशोरी क्या सोचती हैं

शादी कुछ दिन मिलना नहीं होता, शादी का मतलब अब एक कमरे में पूरे जीवन एक साथ रहना है। हर रूप से दोनों को देखना है चाहे अच्छा हो या बुरा हो। उसके लिए व्यक्ति के स्वभाव को समझिए। अगर आप पूर्ण रूप से किसी व्यक्ति के स्वभाव को अपना सकते हैं तो ही शादी करिए वरना तब तक समय दीजिए। भागवत कथा-भजन से कमाया नाम, क्या राजनीति में भी किस्मत आजमाएंगी जया किशोरी? उन्हीं से जानिये