January 2026 Lucky Zodiac Signs: जनवरी माह 12 राशियों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस माह मकर राशि में ग्रहों का जमावड़ा लग रहा है, जिससे कई बड़े राजयोगों का निर्माण हो रहा है। दरअसल, 24 जनवरी को शनि की राशि मकर में शुक्र, मंगल, बुध और सूर्य की युति होने वाली है। ऐसे में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग बन रहा है। जिसके कारण कुछ राशि के जातकों को बुद्धि, भाग्य के साथ-साथ कई क्षेत्रों में सफलता हासिल हो सकती है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध और शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा, जिससे धन-वैभव, वैवाहिक योग से लेकर सुख-सुविधाओं में वृद्धि देखने को मिलने वाली है। शुक्र और सूर्य की युति से शुक्रादित्य और मंगल और सूर्य की युति से मंगल आदित्य योग का निर्माण होगा। हालांकि इन दोनों राजयोगों का निर्माण होने से कुछ मतभेद और अहंकार भी बढ़ सकता है। ऐसे में जनवरी माह में मकर राशि में चतुर्ग्रही से लेकर लक्ष्मी नारायण, बुधादित्य, शुक्रादित्य, मंगलादित्य, समसप्तक योग का निर्माण होगा, जिससे कुछ राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ जनवरी माह में मिल सकता है। ये विश्लेषण राशि के लग्न के हिसाब से किया गया है। आइए जानते हैं जनवरी माह की लकी राशियों के बारे में…
मेष राशि (Mesh Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति काफी खास हो सकता है। इस राशि के तीसरे भाव में गुरु रहेंगे और उनकी दृष्टि नवम और एकादश भाव पड़ेगी। ऐसे में इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। आकस्मिक धन लाभ के साथ-साथ किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। विदेश जाना का मौका मिल सकता है। सरकारी नौकरी के चांस बनेंगे। इसके अलावा भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनेंगे। राहु के लाभ भाव और केतु के पंचम में होने से शिक्षा और संतान में पढ़ाई में कुछ समस्याएं आ सकती है। हालांकि समय के साथ सही होगा। कार्यक्षेत्र में आपका समय अच्छा जाने वाला है। अचानक धन लाभ से लेकर प्रमोशन तक के योग बन रहे हैं। अपने शत्रुओं पर विजय पाने में सफल होंगे।
मंगल, शुक्र, बुध और सूर्य के भाग्य भाव में होने से इस राशि के जातकों को अचानक धन लाभ हो सकता है। लंबे समय से रुके काम पूरे होने के साथ-साथ हर क्षेत्र में सफल होंगे। पैतृक संपत्ति, वाहन का सुख मिल सकता है। मंगल के उच्च में होने नौकरी में प्रमोशन, इंक्रीमेंट हो सकता है। प्रशासनिक या सरकारी क्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं। विवाह के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही परिवार में हो रहे किसी आयोजन में भाग लेंगे। शुक्र के कारण माता के पक्ष से संपत्ति मिल सकती है। पुराने काम पूरे होंगे।
वृषभ राशि (Vrishbha Zodiac)
जनवरी माह इस राशि के जातकों के लिए कई दृष्टियों से विशेष और फलदायी रहने वाला है। तीसरे भाव में स्थित शनि महाराज की दृष्टि बुध और संतान भाव पर पड़ने से साहस, पराक्रम और बुद्धि में वृद्धि होगी। संतान की तकनीकी शिक्षा, करियर और भविष्य से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं। संतान प्राप्ति के इच्छुक लोगों के लिए भी समय अनुकूल बनता दिख रहा है।
शनि की दृष्टि बृहस्पति की राशि पर होने से पिता, गुरु और पैतृक संपत्ति से जुड़े योग सक्रिय होते हैं। पैतृक संपत्ति से लाभ, पुराने विवादों का निपटारा और धन हस्तांतरण के संकेत मिलते हैं। राहु की स्थिति रोजगार भाव में होने से नौकरी, प्रमोशन, इंक्रीमेंट और प्रशासनिक या राजनीतिक क्षेत्रों में सफलता के योग बनते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं और सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिल सकता है।
केतु चतुर्थ भाव में होने से मन की शांति में थोड़ी कमी और कार्यक्षेत्र में बदलाव की संभावना रहेगी, इसलिए जल्दबाज़ी में निर्णय लेने से बचना चाहिए। बृहस्पति द्वितीय भाव में बैठकर धन संचय, सेविंग और अचल संपत्ति में निवेश के मजबूत योग बनाते हैं।
शुक्र, मंगल और बृहस्पति के योग अचानक धन लाभ, गूढ़ विद्या और पैतृक लाभ के संकेत देते हैं, हालांकि स्वास्थ्य और पारिवारिक संतुलन पर ध्यान देना आवश्यक रहेगा। बुधादित्य योग धन, संपत्ति और अटके कार्यों को पूरा करने में सहायक होगा। कुल मिलाकर यह समय धन, करियर, शिक्षा और भाग्य के उत्थान का संकेत देता है।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
राहु देव आपके तीसरे भाव में और केतु भाग्य भाव में स्थित हैं, जिससे साहस, प्रयास और भाग्य से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव बनता है। यदि राहु या केतु के साथ शनि की दशा चल रही हो, तो लॉटरी, ट्रेडिंग या जोखिम वाले कार्यों से अचानक लाभ के योग बनते हैं, लेकिन सूर्य के संयोग में ऐसे कार्यों से बचना चाहिए क्योंकि यह भाग्य को प्रभावित कर सकता है। केतु–बुध का योग नौकरी या व्यवसाय में बदलाव और अचानक लाभ देता है।
शनि की स्थिति पैतृक संपत्ति, भाई-बहनों से जुड़े मामलों और धन लाभ के संकेत देती है। शनि–बुध का संयोग नौकरी, प्रमोशन और स्थान परिवर्तन के लिए शुभ माना जाता है, जबकि शनि- मंगल या शनि-सूर्य के समय स्वास्थ्य और खर्चों पर ध्यान देना आवश्यक है।
बृहस्पति सातवें भाव में बैठकर धन, वाहन और जीवनसाथी से लाभ देता है। शुक्र–बुध का योग धन वृद्धि और व्यावसायिक सफलता के संकेत देता है। मंगल पैतृक संपत्ति, संतान और विदेश योग को मजबूत करता है। चंद्रमा के कारण मन में अस्थिरता आ सकती है, इसलिए सोच-समझकर निर्णय लेना जरूरी है। कुल मिलाकर यह समय उन्नति और अवसरों से भरा है।
उपाय- विष्णु सहस्रनाम का नियमित पाठ विशेष रूप से लाभकारी माना गया है।
मकर राशि (Makar Zodiac)
इस राशि की गोचर कुंडली में शनि का तीसरे भाव में स्थित होना सामान्यतः अत्यंत शुभ माना जाता है, विशेषकर तब जब शनि लग्न और द्वितीय भाव का स्वामी हो। मकर राशि की कुंडली में यह स्थिति व्यक्ति को साहसी, परिश्रमी और दीर्घकालीन सफलता देने वाली होती है। शनि की दृष्टि संतान भाव और भाग्य भाव पर पड़ने से संतान प्राप्ति, संतान का भाग्योदय तथा पैतृक संपत्ति से लाभ के प्रबल योग बनते हैं।
द्वितीय भाव में राहु पैतृक धन, अचानक लाभ और वंशानुगत संपत्ति से जुड़े अवसर प्रदान करता है, जबकि अष्टम भाव में केतु गूढ़ विद्या और रहस्यमय साधनाओं से लाभ के संकेत देता है। हालांकि राहु या केतु के साथ सूर्य या चंद्रमा की दशा में स्वास्थ्य और मानसिक तनाव की संभावना रहती है, इसलिए सावधानी आवश्यक है।
मंगल की स्थिति विदेश से लाभ, खर्च और स्वभाव में तीव्रता ला सकती है। भाई-बहनों और जीवनसाथी से मतभेद की स्थिति बन सकती है, इसलिए संयम जरूरी है।
शुक्र और बृहस्पति का संबंध नैतिकता और संबंधों की परीक्षा लेता है। बुध के प्रभाव से धन, यात्रा, विवाह और करियर में प्रगति के योग बनते हैं।
उपाय- इस राशि के जातक शनिदेव के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा करें। इसके अलावा शनि और मंगल की परस्पर दृष्टि होने पर हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए भी जनवरी माह काफी खास हो सकता है। बृहस्पति और राहु का संयोजन आपके लिए धन का योग उत्पन्न करता है। राहु आपके छठे भाव में स्थित है और केतु बारहवें भाव में। लग्न का स्वामी बुध आपके मित्र राहु के साथ है, जिससे धन प्राप्ति और राजनीतिक लाभ का योग बनता है। राहु और शनि का संयोजन विदेश यात्रा या शिक्षा के लिए विदेश जाने का योग भी बनाता है। राहु की दशा में यदि बुध या बृहस्पति की छाया हो, तो काम धंधे या लॉटरी, सट्टा जैसी गतिविधियों से लाभ का योग बनता है। केतु की स्थिति स्वास्थ्य और दुश्मनी में प्रभाव डालती है। शनि आपके सातवें भाव में है, जो विवाह और संतान सुख का योग बनाता है।
शनि की दशा में भाग्य से लाभ और संतान के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। लग्न के स्वामी बुध आपके चौथे भाव में स्थित हैं, जो काम, पदोन्नति, और पैतृक संपत्ति से लाभ का योग बनाता है। सूर्य का प्रभाव मानसिक शांति और नए कार्यों में सफलता देता है। मंगल की स्थिति वाहन, बच्चों और नौकरी में लाभ या चुनौतियां दर्शाती है। शुक्र लग्जरी वस्त्र, संपत्ति, और जीवन साथी से संबंधों में लाभ का योग बनाता है।
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