Janmashtami 2025 Puja Samagri: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़े हर्षोल्लास और भक्ति-भाव से मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद की अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र और आधी रात का संयोग वह शुभ क्षण था जब द्वापर युग में भगवान विष्णु ने अपने आठवें अवतार के रूप में श्रीकृष्ण के रूप में मथुरा की कारागार में जन्म लिया था। माता देवकी और वसुदेव के घर जन्म लेने वाले श्रीकृष्ण ने जन्म के साथ ही अत्याचार के अंत और धर्म की पुनर्स्थापना का संदेश दिया। इसी स्मृति में हर साल इस दिन ठीक आधी रात को मंदिरों और घरों में श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। घंटों-घड़ियालों की ध्वनि, शंख-नाद, भजन-कीर्तन और जयकारों के बीच भगवान के बालरूप का अभिषेक और झूला-झुलाने की परंपरा निभाई जाती है। इस साल जन्माष्टमी पर दुर्लभ योगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में अगर आप भी जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाने के साथ कान्हा का जन्मोत्सव मनाने वाले हैं, तो पहले से ही पूरी पूजा सामग्री एकत्रित कर लें, जिससे पूजा करते समय किसी भी प्रकार का विघ्न का सामना न करना पड़े। आइए जानते हैं जन्माष्टमी के पूजन की संपूर्ण सामग्री….
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूजन सामग्री (Janmashtami 2025 Puja Samagri List)
- श्रीकृष्ण की मूर्ति
- एक लोटे में जल
- आधा मीटर सफेद कपड़ा
- आधा मीटर लाल कपड़ा
- अपनी योग्यता के अनुसार पंच रत्न
- फूल
- माला
- केसर
- चंदन
- कुमकुम
- 5 यज्ञोपवीत
- अबीर
- गुलाल
- अभ्रक
- हल्दी
- चावल (अक्षत)
- आम के पत्ते
- श्री कृष्ण के लिए वस्त्र
- आभूषण
- धनिया की पंजीरी
- माखन-मिश्री
- तुलसी दल
- मुकुट
- मोर के पंख
- बांसुरी
- सिंहासन
- झुला
- सुपारी
- पान के पत्ते
- लकड़ी की चौकी
- कमलगट्टा
- तुलसी माला
- खड़ी धनिया
- गंगाजल
- शहद
- शकर
- घी
- डंडी के साथ खीरा
- दही
- दूध
- मक्खन
- मौसमी फल
- दीपक
- धूप, अगरबत्ती
- कपूर
- सप्तमृत्तिका
- नैवेद्य या मिष्ठान्न
- छोटी इलायची</li>
- लौंग
- इत्र
- पंच पल्लव (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)
- पंचामृत
- तुलसी दल
- बन्दनवार
- ताम्बूल (लौंग लगा पान का बीड़ा)
- श्रीफल (नारियल)
- धान्य (चावल, गेहूं, जौ,ज्वार)
- एक नई थैली में हल्दी की गांठ
- झांकी सजाने के लिए सामान
अगस्त माह का तीसरे सप्ताह सूर्य और शुक्र अपनी राशि बजलने वाले हैं, जिससे कई राजयोगों का निर्माण होने वाला है। इस सप्ताह शुक्र कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे बुध के साथ युति करके लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण करेंगे। इसके साथ ही सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे केतु के साथ युति करेंगे। इसके अलावा इस सप्ताह समसप्तक, षडाष्टक, गजलक्ष्मी, नवपंचम, महालक्ष्मी जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को इस सप्ताह विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।