Krishna Janmashtami 2024 Puja Time Today, Muhurat Timing, Shri Krishna Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi: आज देशभर में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र और आधी रात को को पड़ती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव होता है। वहीं दिन भक्त भगवान की पूजा-अर्चना कर उनके नाम का उपवास रखते हैं, रात्रि के समय भगवान को स्नान आदि करा 56 भोग का प्रसाद लगाया जाता है। वहीं इस दिन श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल के रूप में उनकी मूर्ति का पूजन करना शुभ होता है।

Krishna Janmashtami 2024 ISKCON Vrindavan Mandir Darshan and Aarti Today: Read Here

इस बार जन्माष्टमी पर बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं। जैसे योग भगवान कृष्ण के जन्म के समय बने थे वैसे ही योग इस बार भी बन रहे हैं। आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त, शुभ योग, पूजा सामग्री, विधि सहित अन्य जानकारी…

पढ़ें संपूर्ण श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

Live Updates
17:25 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर इस मंत्र का करें जाप

ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात

17:24 (IST) 25 Aug 2024
प्याज और लहसुन न खाएं

जन्माष्टमी के दिन प्याज और लहसुन का सेवन भी वर्जित माना जाता है। इन दोनों ही चीजों को तामसिक माना जाता है और इनका सेवन करने से व्यक्ति के मन में अशुद्ध विचार आ सकते हैं।

17:17 (IST) 25 Aug 2024
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पारण का समय ( Shri Krishna Janmashtami 2024 Paran Time)

वैदिक पंचांग के अनुसार 27 अगस्त को शाम 3 बजकर 38 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र समाप्त हो रहा है। इसके बाद आप सूर्यास्त से पहले व्रत का पारण कर सकते हैं।

17:17 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का समय ( Shri Krishna Janmashtami 2024 Rohini Nakshatra )

रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ – 26 अगस्त को शाम 3 बजकर 55 मिनट से
रोहिणी नक्षत्र का समापन – 27 अगस्त को शाम 3 बजकर 38 मिनट पर

15:13 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर इन चीजों को घर पर लाना होता है शुभ

लड्डू गोपाल की मूर्ति, बांसुरी, मोर पंख, गाय और बछड़े की मूर्ति और माखन -मिश्री बाजार से लाना शुभ होता है…

14:31 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त

निशिता पूजा का समय: 26 अगस्त की रात 12 बजकर 06 मिनट, रात से 12 बजकर 51 मिनट, तक
पूजा अवधि: 45 मिनट
पारण समय: 27 अगस्त दोपहर 03 बजकर 38 मिनट पर
चंद्रोदय समय: रात 11 बजकर 20 मिनट पर

14:28 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर बन रहा गजकेसरी राजयोग

वैदिक ज्योतिष मुताबिक चंद्रमा 25 अगस्त को रात 10 बजकर 30 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे जहां पहले से ही गुरु ग्रह विराजमान है। ऐसे में गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। ये योग जन्माष्टमी के दिन पूरे दिन रहने वाला है।

13:03 (IST) 25 Aug 2024
आरती श्री कृष्ण भगवान की…

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

गले में बैजंती माला,
बजावै मुरली मधुर बाला ।
श्रवण में कुण्डल झलकाला,
नंद के आनंद नंदलाला ।
गगन सम अंग कांति काली,
राधिका चमक रही आली ।
लतन में ठाढ़े बनमाली
भ्रमर सी अलक,
कस्तूरी तिलक,
चंद्र सी झलक,
ललित छवि श्यामा प्यारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै,
देवता दरसन को तरसैं ।
गगन सों सुमन रासि बरसै ।
बजे मुरचंग,
मधुर मिरदंग,
ग्वालिन संग,
अतुल रति गोप कुमारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

जहां ते प्रकट भई गंगा,
सकल मन हारिणि श्री गंगा ।
स्मरन ते होत मोह भंगा
बसी शिव सीस,
जटा के बीच,
हरै अघ कीच,
चरन छवि श्रीबनवारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू,
बज रही वृंदावन बेनू ।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू
हंसत मृदु मंद,
चांदनी चंद,
कटत भव फंद,
टेर सुन दीन दुखारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

11:57 (IST) 25 Aug 2024
भगवान कृष्ण को इन चीजों का लगाएं भोग

इस दिन आप भगवान श्री कृष्ण को धनिया पंजीरी, माखन मिश्री, मिठाई में तुलसी दल, मखाना पाग, चरणामृत. मेवा खीर आदि का भोग बनाकर लगा सकते हैं…

11:16 (IST) 25 Aug 2024
भगवान कृष्ण को ऐसे कराएं स्नान

भगवान कृष्ण की धातु की प्रतिमा को किसी पात्र में रखें। साथ ही उस प्रतिमा को दूध, दही, शहद, शर्करा और अंत में घी से स्नान कराएं। इसी को पंचामृत स्नान कहते हैं… आप रात को 12 बजे भगवान के जन्म के बाद स्नान करा सकते हैं…

11:13 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी के दिन इन कार्यों को करने से बचें

व्रत रखने वालों को गलती से भी दिन में सोना नहीं चाहिए। किसी को अपशब्द नहीं बोलने चाहिए। साथ ही इस दिन मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए…

10:37 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी के व्रत के दिन इन बातों का रखना चाहिए ध्यान

शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले व्रतियों को पूरे दिन ब्रह्मचर्य रखना चाहिए। साथ ही जन्माष्टमी के व्रत में भूलकर भी अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। जन्माष्टमी का व्रत रात को 12 बजे भगवान का जन्‍म करवाने के बाद खोलना चाहिए।

10:35 (IST) 25 Aug 2024
हर्षण योग और जयंत योग का बन रहा है संयोग

वैदिक पंंचांग के मुताबिक 26 अगस्त 2024 को हर्षण योग और जयंत योग भी बन रहा है। मान्यता है इन योगों में कृष्ण की आराधना करने से मन मांगी मुराद पूरी होती है…

09:44 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर करें इन मंत्रों और स्तुतियों का जाप

ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम: – हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे – ऊँ कृष्णाय नम: – कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम: – ऊँ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय नम:

09:18 (IST) 25 Aug 2024
दुर्लभ योग में जन्माष्टमी

वैदिक पंचांग के अनुसार साल 2024 में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त दिन सोमवार को जयंती योग में मनाया जाएगा। जयंती योग में जन्माष्टमी का व्रत करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान कृष्ण की आराधना करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं…

09:13 (IST) 25 Aug 2024
बांके बिहारी मंंदिर में साल में 1 बार ही होती है मंगला आरती

बांके बिहारी मंदिर में रोजाना मंगला आरती नहीं की जाती है। सिर्फ साल में एक ही बार यानी जन्माष्टमी के पर्व पर मंगला आरती होती है।

08:40 (IST) 25 Aug 2024
जानिए वृंदावन में कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी

वृंदावन स्थित बांकेबिहारी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 27 अगस्त को मनाई जाएगी। दरअसल, वृंदावन में मथुरा से ठीक एक दिन बाद ही जन्माष्टमी का उत्सव मनाने का विधान है…

08:36 (IST) 25 Aug 2024
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूजन सामग्री

  • श्रीकृष्ण की मूर्ति
  • एक लोटे में जल
  • आधा मीटर सफेद कपड़ा
  • आधा मीटर लाल कपड़ा
  • अपनी योग्यता के अनुसार पंच रत्न
  • फूल
  • माला
  • केसर
  • चंदन
  • कुमकुम
  • 5 यज्ञोपवीत
  • अबीर
  • गुलाल
  • अभ्रक
  • हल्दी
  • चावल (अक्षत)
  • आम के पत्ते
  • श्री कृष्ण के लिए वस्त्र
  • आभूषण
  • धनिया की पंजीरी
  • माखन-मिश्री
  • तुलसी दल
  • मुकुट
  • मोर के पंख
  • बांसुरी
  • सिंहासन
  • झुला
  • सुपारी
  • पान के पत्ते
  • लकड़ी की चौकी
  • कमलगट्टा
  • तुलसी माला
  • खड़ी धनिया
  • गंगाजल
  • शहद
  • शकर
  • घी
  • डंडी के साथ खीरा
  • दही
  • दूध
  • मक्खन
  • मौसमी फल
  • दीपक
  • धूप, अगरबत्ती
  • कपूर
  • सप्तमृत्तिका
  • नैवेद्य या मिष्ठान्न
  • छोटी इलायच
  • लौंग
  • इत्र
  • पंच पल्लव (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)
  • पंचामृत
  • तुलसी दल
  • बन्दनवार
  • ताम्बूल (लौंग लगा पान का बीड़ा)
  • श्रीफल (नारियल)
  • धान्य (चावल, गेहूं, जौ,ज्वार)
  • एक नई थैली में हल्दी की गांठ
  • झांकी सजाने के लिए सामान
  • 08:32 (IST) 25 Aug 2024
    30 साल बाद अद्भुत संयोग (Janmashtami 2024 Sanyog)

    इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष संयोग भी बना रहा है। जन्माष्टमी पर 30 साल बाद शनि ग्रह स्वराशि कुंभ में रहेंगे। इसके साथ ही, जन्माष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

    08:31 (IST) 25 Aug 2024
    जानिए, भगवान श्री कृष्ण का जन्म किस तिथि और नक्षत्र में हुआ था

    भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, लग्न वृषभ राशि और बुधवार का दिन था। वहीं भगवान का जन्म मध्य रात्रि को हुआ था।

    08:29 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2024

    कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का मुहूर्त : रात 12 बजे से 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा, ऐसे में 

    पूजा के लिए आपको 44 मिनट का समय मिलेगा।

    व्रत का पारण 27 अगस्त को सुबह 11 बजे तक किया जा सकेगा।

    08:29 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र

    रोहिणी नक्षत्र की शुरूआत : 26 अगस्त, शाम 3 बजकर 54 मिनट से

    रोहिणी नक्षत्र का अंत : 27 अगस्त, शाम 3 बजकर 39 मिनट पर

    08:28 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी तिथि 2024

    अष्टमी तिथि की शुरुआत : 26 अगस्त, सुबह 3 बजकर 41 मिनट से

    अष्टमी तिथि का अंत: 27 अगस्त, सुबह 2 बजकर 21 मिनट तक

    दही हांडी :  27 अगस्त दिन मंगलवार