देश भर में 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया गया। इस दिन कई लोगों ने अपने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की। जिसकी 9 दिनों तक विधि विधान पूजा कर दशवें दिन उस मूर्ति का विसर्जन करने की परंपरा है। कहा जाता है कि इन दिनों घर में आए बप्पा अपने भक्तों के सभी दुख हर लेते हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देते हैं। भक्त भी गजानन को प्रसन्न करने के लिए पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा अर्चना करते हैं लेकिन पूजा के दौरान गणेश जी की इस आरती को करना जरूरी होता है जिसके बिना कोई भी पूजा मानी जाती है अधूरी…
Ganesh Ji Ki Aarti: यहां पढ़े श्री गणेश जी की आरती लिरिक्स इन हिंदी
गणेश जी की आरती (Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Aarti)
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,
माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी।
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। …
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा …
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी।
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना गया है। जिस कारण किसी भी पूजा या शुभ कार्य की शुरुआत इनकी अराधना से होती है। इन दिनों भारत के कई इलाकों में गणेश जी की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। कई लोगों के घरों में बप्पा विराजमान है। आपको बता दें कि 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी का पर्व था। इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था जिसे पूरे भारत में बड़े ही धूम धाम के साथ 10 दिनों तक मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी पर घर लाई बप्पा की मूर्ति का दशवें दिन विसर्जन किया जाता है। ये तारीख साल 2019 में 12 सितंबर को है।

