International Day of Happiness 2025: खुश रहना हर एक व्यक्ति के लिए जरूरी है, क्योंकि खुश रहने से मानसिक, शारीरिक तनाव से मुक्ति ही नहीं मिलती है बल्कि आप अपने कामों को अच्छे से करने में अग्रसर भी होते हैं। छोटे से छोटे मौके में खूब सेलिब्रेट करके खुश होना भी अपने आप पर एक अलग हैप्पीनेस है। हर किसी व्यक्ति के खुश होना का अपना-अपना तरीका होता है। कोई किसी काम के द्वारा, किसी की मदद करके या फिर अकेले रहकर किताबें, फिल्में या फिर अन्य कोई पसंदीदा काम करके खुश होते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस के मौके पर गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी से व्यक्ति को खुश होने के कुछ अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने खुश रहने के कुछ सूत्रों के बारे में भी विस्तार से बताया है। जानें कैसे आप खुद को रख सकते हैं खुश…
इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे यानी कि अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस (International Day of Happiness 2025 in Hindi) हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। दुनियाभर के लोगों को खुशी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी से जानें क्या है असली खुशी?
खुशी हमारा वास्तविक स्वभाव है। यह हमारे अस्तित्व की वह अवस्था है जहाँ न तो तनाव है और न ही कोई चाह।
हृदय में शुद्धता, मन में स्पष्टता, काम में ईमानदारी और संतोष खुश रहने के सूत्र हैं।
खुशी और दुख देने वाला कोई दूसरा नहीं होता। आप स्वयं ही अपनी खुशी और दुख के कारण हैं।
जब हम दूसरों की खुशी में अपनी खुशी देखते हैं तब हम वास्तव में खुश रहते हैं।
खुशी एक मनोभाव है। यदि आपको दुखी रहने की आदत है तो अच्छी से अच्छी परिस्थितियों में भी आप शिकायतें करेंगे और दुखी रहेंगे। आपको अपने अलावा दुनिया में कुछ और खुश नहीं कर सकता ।
यदि आप खुशी माँगते हैं तो आपको दुख मिलता है लेकिन यदि आप खुशियाँ देने में विश्वास रखते हैं तो आपको आनंद और प्रेम मिलता है।
बिना किसी शर्त के खुश रहना एक अभ्यास है। ऐसा सोचिए कि “चाहे कुछ भी हो जाये, आज मैं मुस्कुराऊँगा ।
आप अपनी खुशी को मूंगफली के दाम पर बेच देते हैं। यदि आपको अपनी मुस्कुराहट के बदले पूरी दुनिया भी मिल जाये तो वह कम है। भले ही आपको दुनिया का राजा बना दिया जाए, लेकिन उसके बदले में अपनी मुस्कुराहट छोड़ देना उचित नहीं है।
वर्तमान क्षण को आनंद, सजगता और करुणा के साथ जीना ही खुशी है।
जब आप हर सुबह उठें, तो आईने में देखें और अपने आप को एक बड़ी सी मुस्कान दें। मुस्कान जीवन का एक पवित्र उपहार है।
खुशी यहीं और अभी है और इसे प्राप्त करने का तरीका है – ध्यान ! ध्यान हमारे मन और स्वास्थ्य को सुधारता है और साथ ही और अधिक खुशियाँ लाता है।
अपने जीवन को खुशी की खोज नहीं बल्कि खुशियों की अभिव्यक्ति बनाइये।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस सप्ताह ग्रहों की स्थिति के हिसाब से कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है, जिससे 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिलने वाला है। आइए जानते हैं मार्च माह का तीसरा सप्ताह किन राशियों के लकी होगा और किन्हें संभलकर रहने की जरूरत है। जानें साप्ताहिक राशिफल
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