हस्तरेखा विज्ञान में हाथ की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव और उसके भविष्य के बारे में आकलन किया गया है। कहते हैं कि हाथ की रेखाओं को ध्यान में रखकर आने वाले संकटों से काफी हद तक बचा जा सकता है। बता दें कि हम सबकी हथेली पर स्वास्थ्य रेखा भी पाई जाती है। आज हम आपको हाथ की स्वास्थ्य रेखा के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि किन-किन दशाओं में हाथ की स्वास्थ्य रेखा और शुभ और अशुभ माना जाता है। यह जानकर आप अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले से ही सतर्क हो सकते हैं। बता दें कि सामान्य तौर पर स्वास्थ्य रेखा मणिबंध के ऊपर से निकलकर छोटी अंगुली की ओर जाती है।

कई बार हाथ की स्वास्थ्य रेखा कड़ी या जंजीर के रूप में जुड़ी हुई दिखाई देती है। ऐसी दशा में इसे अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि कड़ी या जंजीर के रूप की स्वास्थ्य रेखा पेट की बीमारियों को दर्शाती है। कहते हैं कि ऐसे लोग अक्सर पेट की समस्या से परेशान रहते हैं। स्वास्थ्य रेखा पर बिंदु का निशान बनना भी शुभ नहीं माना जाता। कहते हैं कि ऐसी स्थिति में व्यक्ति की सेहत अचानक से खराब होने लगती है। वह व्यक्ति खुद को कमजोर महसूस करने लगता है।

इसके साथ ही कटी हुई स्वास्थ्य रेखा भी स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छी नहीं मानी जाती। कहते हैं कि कटी हुई स्वास्थ्य रेखा किसी गंभीर बीमारी की प्रतीक होती है। इसके अलावा स्वास्थ्य रेखा में पीलापन आना भी शुभ संकेत नहीं है। हस्तरेखा के अनुसार स्वास्थ्य रेखा का पतली और साफ होना शुभ माना जाता है। कहते हैं कि ऐसे लोगों की याददाश्त क्षमता बहुत मजबूत होती है। वहीं, स्वास्थ्य रेखा से निकलकर ऊपर की ओर जाने वाली छोटी-छोटी रेखाओं को सेहत के हिसाब से काफी अच्छा माना जाता है। कहते हैं कि ऐसी दशा में व्यक्ति खुद को सकारात्मक और ऊर्जावान महसूस करता है।