Shani Sade Sati And Shani Dhaiya Zodiac Sign 2021: जुलाई का महीना शुरू हो गया है। इस महीने भी शनि अपनी वक्री चाल चलेंगे और 5 राशियों पर इनकी नजर रहेगी। वर्तमान में शनि मकर राशि में विराजमान हैं। ज्योतिष अनुसार शनि की वक्री चाल का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है लेकिन इससे खासतौर से शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित जातक परेशान होते हैं। कहते हैं कि शनि अपनी महादशा के समय लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जानिए किन राशियों पर है शनि की टेढ़ी नजर…

शनि साढ़े साती से पीड़ित राशियां: एक साथ तीन राशियों पर शनि साढ़े साती चलती है और इसके तीन चरण होते हैं। पहला चरण जिसमें शनि शारीरिक कष्ट देते हैं, दूसरा चरण जिसमें शारीरिक के साथ आर्थिक कष्ट भी देते हैं और तीसरे में अपनी गलती सुधारने का मौका देते हैं। हर चरण की अवधि ढाई वर्ष की होती है। इस समय धनु, मकर और कुंभ वाले जातक शनि साढ़े साती की चपेट में हैं। जिसमें धनु वालों पर इसका आखिरी चरण चल रहा है, मकर वालों पर इसका दूसरा चरण तो कुंभ वालों पर इसका पहला चरण चल रहा है।

शनि ढैय्या से पीड़ित राशियां: मिथुन और तुला वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसकी अवधि भी ढाई वर्ष की होती है। जन्म चंद्र से जब गोचर का शनि चौथे अथवा आठवें भाव में गोचर करता है तब शनि की ढ़ैय्या आरंभ होती है। शनि की ढैय्या अच्छी भी हो सकती है बुरी भी। अगर कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत है तो शनि की ढैय्या फलदायी साबित होगी और यदि इसकी स्थिति कमजोर है तो शनि ढैय्या के दौरान कष्टों का सामना करना पड़ेगा।  यह भी पढ़ें- 7 जुलाई को मिथुन राशि में बनेगा बुधादित्य योग, 4 राशि वालों का हो सकता है भाग्योदय, बढ़ सकती है इनकम

वक्री शनि का राशियों पर प्रभाव: शनि 23 मई से वक्री चल रहे हैं और 11 अक्टूबर तक इसी स्थिति में रहेंगे। शनि के वक्री गति के दिनों की कुल अवधि 141 दिन की है। इस दौरान धनु, मकर, कुंभ, मिथुन और तुला जातकों को विशेष तौर पर सतर्क रहना होगा। क्योंकि इन राशियों पर शनि की महादशा चल रही है। ज्योतिष अनुसार शनि के वक्री होने पर शनि को मजबूत करने के उपाय जरूर कर लेने चाहिए। जिससे इसके बुरे प्रभावों से बचा जा सके। यह भी पढ़ें- इन 4 राशियों की लड़कियां मानी जाती हैं बेहद गुस्सैल और जिद्दी, लाइफ में खूब कमाती हैं नाम