लक्ष्मी माता को धन की देवी भी कहा जाता है। धन हम सबके जीवन का बहुत ही जरूरी हिस्सा है। हम सब अपने जीवन में धन कमाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। इसके बावजूद कई बार ऐसा होता है कि धन हमारे पास आता नहीं है या फिर आता भी हो तो ज्यादा समय तक टिकता नहीं है। शास्त्रों में बताया गया है कि ऐसा होने के पीछे लक्ष्मी माता का अप्रसन्न होना है। इसलिए धन हासिल करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि लक्ष्मी जी का आशीर्वाद आपके ऊपर सदा बना रहे। ऐसे में, आज हम आपको वह विधि बताने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर आप आसानी से लक्ष्मी मां को प्रसन्न कर सकते हैं।
शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि शुक्रवार के दिन सूर्योदय से पहले जग जाना चाहिए। इसके उपरान्त स्नान वगैरह करके लक्ष्मी जी की पूजा शुरू करनी चाहिए। लक्ष्मी जी की पूजा के लिए घर के पूजा-स्थल पर घी का दीपक जलाकर बैठना चाहिए। इसके बाद 108 बार लक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए। लक्ष्मी मंत्र इस प्रकार से है- ॐ श्रीं श्रीये नम:। बताया गया है कि लक्ष्मी मंत्र का जाप करते समय ध्यान पूजा पर ही केंद्रित रखना चाहिए और पूरी आस्था के साथ मंत्र का जाप करना चाहिए।
मंत्र का जाप 108 बार पूरा हो जाने के बाद लक्ष्मी माता को मिश्री और खीर का भोग लगाना चाहिए। इसके उपरान्त सात साल से कम आयु की कन्याओं को घर बुलाकर भोजन कराना चाहिए। कन्याओं को भोजन कराते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि उन्हें भी मिश्री और खीर दी गई हो। उपरोक्त पूजा विधि को लगातार तीन शुक्रवार तक किया जाना अनिवार्य है। ऐसी मान्यता है कि इससे माता लक्ष्मी काफी प्रसन्न होती हैं और भक्त को आशीर्वाद देती हैं। इससे भक्त के घर से दरिद्रता दूर होती है और वह धनवान हो जाता है।