Dream Interpretation: स्वप्न शास्त्र में प्रत्येक सपने का मतलब बताया जाता है। इस शास्त्र के अनुसार हम आम तौर पर सोते समय जो सपने देखते हैं उनका हमारे भविष्य से गहरा संबंध होता है। भविष्य की संभावनाओं को बताने वाला स्वप्न शास्त्र सभी तरह के सपनों का अर्थ बताता है। जीवन में परेशानियां, खुशहाली, सुख-दुख या नए अवसर आएंगे, इन सब का पता भी स्वप्न शास्त्र के माध्यम से लगाया जा सकता है।

कहते हैं कि व्यक्ति के जीवन में जो घटना घटने वाली होती है, उसे सपने में पहले ही छठी इंद्री के माध्यम से मनुष्य देख लेता है। जानिए ऐसे सपनों के बारे में जिन्हें देखकर मनुष्य यह अंदाजा लगा सकता है कि जल्द ही उसकी जेब नोटों से भरने वाली है।

– सपने में कुम्हार को घड़ा बनाते देखने से अपार धन की प्राप्ति के योग बनते हैं। ऐसा व्यक्ति जल्द ही बेशुमार दौलत पाता है।

– सपने में स्वयं को छत या किसी ऊंचे स्थान पर खड़े देखने से धन की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि ऐसे सपने व्यक्ति को सफलताओं के उच्च शिखर पर लेकर जाते हैं।

– स्वप्न शास्त्र में माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति सपने में सूर्य या चंद्रमा को निगल जाता है, ऐसा व्यक्ति कुबेर के समान धनी हो जाता है।

– अगर कोई व्यक्ति सपने में यह देखता है कि उसके सारे बाल काट दिए गए हैं या उसे गंजा कर दिया गया है तो इससे उसकी सारी आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं।

– सफेद कपड़े पहने और हाथ में सफेद माला लिए स्त्री को देखना धन प्राप्ति के योग बनाता है। इस प्रकार के सपने देखने वाले व्यक्ति को अपने जीवन में धन के लिए बहुत अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है।

– अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से अपने हाथ में चांदी या चांदी की कोई वस्तु लेता है। तो माना जाता है कि वह अपने लिए धन के नए मार्गों को खोलता है।

– सपने में उल्लू को देखना बहुत अच्छा माना जाता है। कहते हैं उल्लू माता महालक्ष्मी की कृपा का संकेत करता है। जो व्यक्ति सपने में उल्लू देखता है। उसे कुछ दिनों में ही अपार धन की प्राप्ति होती है।

– सपने में जल, दूध, दही, मिश्री आदि का सेवन करना बहुत शुभ संकेत माना गया है। मान्यता है कि जो व्यक्ति ऐसे सपने देखता है उसके जीवन में जल्द ही धन प्राप्ति के योग बनते हैं।

– देवताओं के राजा इंद्र देव को सपने में देखने वाले व्यक्ति को अपार धन की प्राप्ति होती है। कहते हैं इस प्रकार का सपना देखने वाले व्यक्ति के पास धन के रूप में गहने या जेवर आदि आते हैं।