सावन का पवित्र महीना चल रहा है। सावन को शिव जी प्रिय महीना माना जाता है। कहा जाता है कि सावन में सच्ची श्रद्धा से शिव जी की पूजा करने पर मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। क्या आप जानते हैं कि विवाह में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए सावन में शिव जी की कैसे पूजा करनी चाहिए? यदि नहीं तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। सावन में ऐसे शिव मंदिर में पूजा करने की सलाह दी जाती है, जहां पर पूरा शिव परिवार हो। कहते हैं कि ऐसे शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। और पति-पत्नी आपस में मिलजुलकर एक खुशहाल जीवन जीते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में शनि ग्रह की दशा खराब होने से विवाह होने में परेशानियां आने लगती हैं। कहते हैं कि इन परेशानियों को दूर करने के लिए सावन माह में शनिवार को शिव मंदिर में काले तिल चढ़ाने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि ग्रह की दशा मजबूत हो जाती है। कुंवारी लड़कियों को सावन में शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाने की बात कही गई है। मान्यता है कि सावन में इस विधि से शिव जी की पूजा करने से विवाह की तारीख जल्दी पक्की हो जाती है।

सावन में शिवलिंग का केसर मिले हुए दूध से भी जलाभिषेक करने की सलाह दी जाती है। कहते हैं कि इस तरह से शिवलिगं का जलाभिषेक करने से विवाह में आने वाली दिक्कतें खत्म हो जाती हैं। सावन में शिव जी और पार्वती माता की प्रतिमा वाले शिव मंदिर में पूजा करना भी काफी शुभ माना गया है। कहा जाता है कि ऐसे शिव मंदिर में आराधना करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम सदैव बना रहता है और वे पूरे जीवन एक-दूसरे का सहयोग करते हैं।