Falgun Purnima 2025: हिंदू धर्म में फाल्गुन पूर्णिमा का विशेष महत्व है। यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। फाल्गुन पूर्णिमा को ‘वसंत पूर्णिमा’ और ‘दोल पूर्णिमा’ के नाम से जाना जाता है। इस तिथि पर माता लक्ष्मी का अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी जयंती भी मनाई जाती है। इसी के साथ होलिका दहन पर्व भी इसी पूर्णिमा को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा का उपवास रखने से मनुष्य के दुखों का नाश होता है और उस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल फाल्गुन पूर्णिमा 14 मार्च को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं तिथि और दान- स्नान का शुभ मुहूर्त…
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 2025 (Falgun Purnima तिथि 2025)
ज्योतिष पंचांग के मुताबिक फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर आरंभ होगी और 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे मेंं उदया तिथि को आधार मानते हुए फाल्गुन पूर्णिमा का त्योहार 14 मार्च को मनाया जाएगा।
फाल्गुन पूर्णिमा 2025 शुभ मुहूर्त (Falgun Purnima 2025 Shubh Muhurat)
चर (सामान्य) – सुबह 6.32 – सुबह 8.02
लाभ (उन्नति) – सुबह 8.02 – सुबह 9.31
अमृत (सर्वोत्तम) – सुबह 9.31 – सुबह 11.01
चंद्रोदय समय – शाम 6.38
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4.55 – सुबह 5.44
मां लक्ष्मी के प्रभावशाली मंत्र
मान्यता है मां लक्ष्मी के इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में आ रही सभी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। मां लक्ष्मी के मंत्र जाप से आर्थिक संकट तो दूर होती ही हैं साथ ही घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।
1-ॐ धनाय नम:
2-धनाय नमो नम:
3-ओम लक्ष्मी नम:
4-ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:
फाल्गुन पूर्णिमा का महत्व
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन दान- स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही हिन्दुओं का सर्वाधिक लोकप्रिय एवं महत्वपूर्ण उत्सव होली भी फाल्गुन पूर्णिमा पर ही मनाया जाता है। वहीं सफल दाम्पत्य जीवन के लिए फाल्गुन पूर्णिमा को पति-पत्नी में कोई भी चन्द्रमा को दूध का अर्ध्य अवश्य दें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए श्रीसत्यनारायण पूजा और कथा करने का विधान है।