सदगुरुश्री स्वामी आनन्द जी
आनन्द नामक सम्वत् 2078 के राजा और मंत्री दोनों मंगल हैं। मंगल के राजा होने से अनाज, घी और तेल की क़ीमतों उछलेंगी। दूध की कमी होगी। नकली दूध के उत्पादन बाज़ार में क़ब्ज़ा करेंगे। गुरु के धान्येश होने से अन्न व औषधि की अच्छी उपज नष्ट होने से क़ीमतें बढ़ेंगी। रस्येश सूर्य के कारण रसीले पदार्थों में कमी होगी। वस्त्र, घी,तेल, चंदन और तिल के भाव बढ़ेंगे। सोना, चांदी, कपूर, पर्फ़्यूम महँगे होंगे। चुनिंदा होटलों को छोड़कर होटल उद्योग कराहेगा। चंद व्यापारी मोटा माल काटेंगे। छोटे कारोबारी भयभीत रहेंगे। नए नए टैक्स अर्थव्यवस्था को संबल देने की जगह कारोबार की हालत खस्ता करेंगे। ऑनलाइन फ़्रॉड बढ़ेगा। दुर्गेश मंगल से क्रय-विक्रय में कमी होकर कारोबारी सेंटिमेंट बिगड़ेगा। महंगाई बेलगाम होगी। मेघेश मंगल से नैतिकता का ह्रास होगा। निकृष्ट कर्म अच्छे लगेंग़े। मानसिक संताप होगा।

वर्षारंभ में थोड़ी गिरावट के पश्चात शेयर बाज़ार में एकतरफ़ा तेज़ी मंदड़ियों की गुल्ली बिखेर देगी। सम्वत् के बीतते बीतते पश्चिमी बाज़ारों की घबराहट के कारण चुनिंदा स्टॉक्स गोता खाएँगे, जिससे तेजड़िए पस्त हो जाएँगे। सरकारी कम्पनियों की मदद से बाज़ार पुनः संभलेगा। फ़ार्मास्यूटिकल्स, पॉवर, FMCG, स्टील, लोहा और ऐल्यूमीनियम सेक्टर तगड़ा माल कूटेंगे। बैंकिंग और फ़ाइनेन्स सेक्टर में धीरे धीरे नरमी आएगी।

सोने- चाँदी में थोड़ी मंदी के पश्चात तेज़ी का रुझान होगा। नए सम्वत् में क़ीमती धातुओं में, विशेष रूप से चांदी में आग लगेगी। अगले बरस भी तुलनात्मक रूप से सोने की अपेक्षा चाँदी की चाँदी होगी।

सामाजिक/ राजनैतिक: राष्ट्र नायकों को कष्ट व राष्ट्रों में परस्पर विद्वेष होगा। महामारी का बदलता स्वरूप डरायेगा। जान की बड़ी हानि होगी। विचित्र रोगों की सच्ची झूठी सूचना से भय फैलेगा। सर्पदंश से पीड़ा होगी। देह की अग्नि प्रभावित होने से नाना प्रकार के रोग उभरेंगे। इस सम्वत् में कई भयंकर आग लगेगी। मंगल के राजा होने से आध्यात्मिक महापुरुषों का अपमान होगा। धर्म-आध्यात्म की आड़ में राजनीति व धर्म के विरुद्ध आचरण होगा। सम्मानितों और पूज्यनीयों की मिथ्या निन्दा होगी। निकृष्ट कर्म व पाखण्ड बढ़ेगा। लुटेरों, चोरों, अपराधियों, घोटालेबाज़ों, मुनाफ़ाख़ोरों का बोलबाला होगा। राजाओं की मौज-मस्ती बढ़ेगी। वाद-विवाद, झगड़ा और मुक़दमेबाजी में इज़ाफ़ा होगा। विचित्र नेत्र रोग संभव है। राष्ट्रों में परस्पर तनाव व्याप्त होगा। मंगल के मेघेश होने से लोगों के मन से धर्म और अधर्म में फ़र्क़ मिटेगा। कहीं भयंकर वर्षा, और कहीं सूखा रहेगा। अधिकारियों में जनता के प्रति दुर्व्यवहार और भ्रष्टाचार बढ़ेगा। पशुओं को गुप्त बीमारी होगी। बड़े महत्वाकांक्षी प्रयास निष्फल होंगे। समाज में कुछ लोग सुख लेंगे, बड़ा हिस्सा शोक मनाएगा। विश्व के नीति-नियम का उलंघन होगा। उग्रवाद जन्य जन-धन की हानि भारी अग्निकांड, भूकम्प, तूफ़ान, वायुयान दुर्घटना व दैविक प्रकोप दृष्टिगोचर होंगे। सीमाओं पर सैन्य संघर्ष एवं युद्ध के बादल छाएँगे।

सिनेमा का पर्दा इस पूरे सम्वत् में बेनूर रहेगा। रूपहला बड़ा पर्दा सिमट कर अगले बरस भी आपके कमरे और जेब से ही डायलॉग सुनाएगा। सिनेमाहॉल की तकलीफ़ें अभी कम नही होंगी। सिने कलाकार, गायक और संगीतकार कष्ट के दौर से गुजरेंगे। छोटे कलाकारों को अधिक कष्ट होगा। सिनेमा में नए नए प्रयोग होंगे जो नए सोपान तय करेंगे।