Hinu New Year 2020: नवसम्वत्सर 2077 के राजा बुध और मंत्री चंद्रमा है। इस सम्वत् पर कालसर्प का प्रभाव दृष्टिगोचर हो रहा है। यह साल विचित्र कलेवर लिए हुए है। इस सम्वत् के राजा और मंत्रियों में भी आपसी अंतर्द्वंद कुछ अलग पटकथा लिख रहा है। सरकार और प्रजा में अंतर्विरोध मुखर होगा। पड़ोसियों से तनाव में तल्ख़ी के बाद कुछ स्थिति में सुधार होगा। राजा बुध होने से फसल अच्छी होगी। तेल व घी के भाव स्थिर होंगे। चंद्रमा के मंत्री होने से उत्तम वर्षा तथा पुष्प, फलों व अन्न की पैदावार अच्छी होगी। मध्येश सूर्य के कारण चना, दलहन, तिलहन और चावल की पैदावार उत्तम होगी।
पश्चिम धान्येश मंगल के कारण अच्छी फसल प्रचुर गर्मी के कारण नष्ट होगी। लोगों का दिमाग़ गर्म होगा। एक दूसरे से अपेक्षायें और शिकायतें बढ़ेंगी। व्यापारी जनता का कचूमर बना देंगे। मेघेश चन्द्रमा के कारण दुग्ध व दूध से बनने वाली वस्तुओं की प्रचुरता रहेगी। लोगों में सम्वेदनशीलता बढ़ेगी।
रस्येश शनि की वजह स्वर्ण का भाव अस्थिर होगा। कभी भारी गिरावट तो कभी अकस्मात् तेज़ी से कारोबार हल्का होगा। सटोरियों को भारी हानि होगी। जिसकी कुंडली में सूर्य पराक्रमेश, षष्ठेश और लाभेश है वो सोने से मोटा माल कमायेंगे।रसीले पदार्थों की वर्ष में सहसा कमी हो जाएगी। लोगों में प्रेम और सद्भाव का अभाव होगा। घरेलू मतभेद व तलाक़ की घटनाएँ बढ़ेंगी।
सस्येश पूर्वधान्येश वृहस्पति के कारण जनता को अपार कष्ट के बाद आनन्द की प्राप्ति होगी। उत्तम वर्षा से आनन्द होगा। धर्म व आध्यात्म के प्रति आकर्षण में इज़ाफ़ा होगा। नीरशेष वृहस्पति के कारण हल्दी तथा पीले रंग की वस्तुओं के व्यापार में तेज़ी होगी। फलेश सूर्य कारण आम की पैदावार इस वर्ष अच्छी होगी। पर व्यापार में न चमक होगी, न खनक। कहीं बारिश बहुत ज़्यादा होगी तो कही बहुत कम। मान-सम्मान को लेकर सजग रहना होगा।
धनेश पदपर गुरु के आसीन होने से चुनिंदा बड़े व्यापारी मोटा माल कमायेंगे। असहय ख़र्च चिढ़ाएगा। सोने के बड़े व्यापारी मोटा माल कमायेंगे। नए शोध होंगे। नयी दवाओं और वैक्सिन की खोज होगी। कोई नयी महामारी प्रकट होगी। चंद्रमा के दुर्गेश होने से गोरस के व्यापार में लाभ होगा। अगले वर्ष में चांदी के भाव में थोड़े चढ़ाव के थोड़ी गिरावट दृष्टिगोचर होगा तत्पश्चात बड़ी तेज़ी दर्ज होगी। धान्येश मंगल वर्ष के मध्य चावल, गन्ना घी व तेल में उछाल लाएगा। नेता और अधिकारी मौज करेंगे और जनता त्राहिमाम। सुरक्षा व चिकित्सा को लेकर सरकार का रवैया ढीला होगा। बातें अधिक होंगी और काम कम।
राजा बुध होने से मंगल कार्यों की अधिकता होगी। मंत्री चंद्रमा होने से धार्मिक कर्म बढ़ेंगे। धन का अभाव होगा। निष्पक्षता लुप्त हो जाएगी। अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा। विकास के कार्य अवरुद्ध हो होंगे। विश्व के अनेक भागों में अग्निकांड से जान-माल की भारी क्षति होगी। इस वर्ष राष्ट्रों में टकराव मुखर होगा। शक्तिशाली राष्ट्रों में कुछ समय के लिए तनाव उत्पन्न होगा और विवाद, झड़प या युद्ध नहीं, पर युद्ध जैसी स्थिति निर्मित होगी। पर युद्ध हथियारों से कम आर्थिक और स्वास्थ्य के मोर्चे पर अधिक लड़ा जाएगा।
इस बार कई छोटे-बड़े भूकम्प विश्व को बेचैन करेंगे। प्राकृतिक आपदा से इस साल भारी क्षति होगी। भारत के बदले पश्चिमी देशों में बड़ी हानि। लोगों का मन उदास रहेगा। किसी बड़े व्यक्ति से सम्बंधित नकारात्मक ख़बर स्तब्ध कर देगी। शेयर बाज़ार की भारी गिरावट और फिर बाज़ार में थोड़े ठहराव के पश्चात थोड़ी तेज़ी दर्ज होगी। भारतीय मुद्रा में थोड़ी कमजोरी के पश्चात सम्वत् के मध्य में मज़बूती आएगी। देश के एक बड़े उद्योगपति का सरकार से संबंध बिगड़ेगा। कई प्रदेशों की सरकार अस्थिर या बेचैन नज़र आएगी। सामाजिक असंतुलन में इज़ाफ़ा होगा। छोटे छोटे अपराध में वृद्धि होगी।