Heramba Sankashti Chaturthi 2023: भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी का व्रत जाता है। इस दिन भगवान गणेश के साथ उनके स्वरूप हेरम्बा भगवान की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। इसके साथ ही धन-धान्य की बढ़ोतरी के साथ हर तरह के संकट से छुटकारा मिल सकता है। हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी के दिन उपवास करने के साथ इस पाठ को करना चाहिए। माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को हर तरह के संकटों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ जीवन से हर प्रकार को बुराइयां दूर होती है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मिलने के साथ धन लाभ होता है। इसके साथ ही बिगड़े काम फिर से बनने लगते हैं।

संकटनाशन गणेश स्तोत्र

प्रणम्य शिरसा देवं गौरी विनायकम् ।
भक्तावासं स्मेर नित्यमाय्ः कामार्थसिद्धये ॥1॥
प्रथमं वक्रतुडं च एकदंत द्वितीयकम् ।
तृतियं कृष्णपिंगात्क्षं गजववत्रं चतुर्थकम् ॥2॥
लंबोदरं पंचम च पष्ठं विकटमेव च ।
सप्तमं विघ्नराजेंद्रं धूम्रवर्ण तथाष्टमम् ॥3॥
नवमं भाल चंद्रं च दशमं तु विनायकम् ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजानन् ॥4॥
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंघ्यंयः पठेन्नरः ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो ॥5॥
विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मो क्षार्थी लभते गतिम् ॥6॥
जपेद्णपतिस्तोत्रं षडिभर्मासैः फलं लभते ।
संवत्सरेण सिद्धिंच लभते नात्र संशयः ॥7॥
अष्टभ्यो ब्राह्मणे भ्यश्र्च लिखित्वा फलं लभते ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादतः ॥8॥

॥ इति श्री नारद पुराणे संकष्टनाशनं नाम श्री गणपति स्तोत्रं संपूर्णम् ॥

विशेष मनोकामना के लिए संकल्प लेकर ही करें ये पाठ

संकष्टनाशनं गणेश स्तोत्र का पाठ करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अगर आप किसी मनोकामना को पूर्ति करना चाहते है, तो 11 या फिर 21 बुधवार या फिर 11 या फिर 21 दिनों तक करने का संकल्प लें। पहले दिन गणेश जी के सामने अपनी कामना को कह दें। इसके बाद उनसे अपनी पूरी विनती करें। इसके बाद पाठ आरंभ करें। अंत में भूल चूक के लिए माफी मांगने के साथ आरती कर लें।

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