Happy Maha Shivratri 2020 Wishes Images, Image, Pics, Status, Messages, Hindi Shayari: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि में हर साल महाशिवरात्रि मनाई जाती है। यह सनातन धर्म के बड़े और प्रमुख त्योहारों में शामिल है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार महाशिवरात्रि जनवरी के आखिर में या फरवरी में पड़ती है। इस दिन शिवालयों में शिव भक्तों तांता लगा रहता है। इस बार शिवरात्रि सोमवार को पड़ रही है। यह दिन भोल को सबसे प्रिय है। शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष विधि की जरुरत नहीं होती है। भगवान शिव आसानी से किसी की भी मनोकामना पूरी कर देते हैं। इसी कारण वह भोलेनाथ भी कहलाते हैं। इस दिन भगवान शिव का विशेष अभिषेक किया जाता है। कथाओं और मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां पार्वती ने भगवान शिव से शादी की थी। इस दिन भोले नाथ की विधि विधान से पूजा अर्चना से कई गुना फल प्राप्त होता है।
भगवान आशुतोष को बेल पत्र और धतूरा काफी प्रिय है। इसलिए शिवरात्रि की पूजा के दौरान बेल और धतूरा का इस्तेमाल होता है। पूजन के साथ लोग अपने कल्याण और सुखमय जीवन की कामना करते हैं। भगवान शिव की इस पर्व पर लोग अपने रिश्तेदार, दोस्तों और प्रियजनों को शिव की भक्ति से सराबोर मैसेज भेजकर शुभकामनाएं देते हैं। अगर आप भी बाबा के इस महापर्व पर अपने प्रियजनों और शुभचिंतकों व्हॉट्सऐप, फेसबुक स्टेटस और मैसेज से बधाई देना चाहते हैं तो हम आप के लिए खास संदेश लाए हैं।
Highlights
On this auspicious Mahashivratri occasion, may the blessings of Shiva be with all of you. May his glorious divine and merciful attributes remind us of our own abilities and strive to lift ourselves to heights.
Wishing You A Very Happy Mahashivratri !!!
भगवान शिव की भक्ति से नूर मिलता हैं,
दिल के धड़कनों को सुरूर मिलता हैं,
जो भी आता भोले के द्वार
कुछ न कुछ जरूर मिलता हैं.
Happy Shivratri
पीकर भांग जमा लो रंग,
जिंदगी बीते खुशियों के संग,
लेकर नाम शिव-भोले का,
दिल में भर लो शिवरात्रि की उमंग।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।।
शंकर की ज्योति से नूर मिलता है;
भक्तों के दिलों को सकूं मिलता है;
शिव के द्वार आता है जो भी;
सबको फल जरूर मिलता है।
शुभ महाशिवरात्रि।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान,
मैं तो भस्मधारी हूं,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार,
मैं उस महाकाल का पुजारी हूं।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।।
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिव
का नाम लिए जा
शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किए जा
शिव शिव शिव ओउम: नम: शिवाय
शिव शिव शिव
भोले बाबा का आशीर्वाद आपको मिले,
उनकी दुआ का प्रसाद आपको मिले,
आप करें जिंदगी में इतनी तरक्की,
हर किसी का प्यार आपको मिले।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।
शिव की महिमा अपार,
शिव करते सबका उद्धार,
उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे,
और आपके जीवन में आएं खुशियां हजार।
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
शिव की भक्ति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को सुकून मिलता है,
जो भी लेता है दिल से भोले का नाम,
उसे भोले का आशीर्वाद जरूर मिलता है।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।।
हर महीने के कृष्णपक्ष चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। लेकिन फाल्गुन माह में पड़ने वाली महाशिवरात्रि को सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण माना गया है।
पुराणों और कथाओं में बताया गया है कि सभी देवताओं में शिव जी सबसे अलग हैं। भोले बाबा अपने भक्तों की भक्ति और पूजन से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
A man becomes a Mahadev, when he fights for good. He is forged into the heat of battle when he wages a war to destroy evil. This #MahaShivRatri May Lord Shiva shower his eternal blessings upon you. जय महाकाल ! हर हर महादेव
कर्पूरगौरं करुणावतारं
संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे
भबं भवानीसहितं नमामि।।
सभी शिव भक्तों को महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ।
पता है मुझे कौन हूं मैं और कहां तो मुझे जाना है, मेरे महादेव ही मेरी मंजिल और उनके चरणों में ही मेरा ठिकाना है।
भोले बाबा ने जिस पर भी डाली छाया, रातों-रात उसके भाग्य की पलट गई छाया
बिन मांगे ही मिल गया सबकुछ, जो फिर कभी किसी ने ना पाया।
महाशिवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं।
भोले की महिमा है अपरम्पार, करते हैं अपने भक्तों का उद्धार, शिव की दया आप पर बनी रहे, और आपके जीवन में खुशियां भरी रहें।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
शिव की भक्ति से नूर मिलता है, सबके दिलों को सुकून मिलता है, जो भी लेता है दिल से भोले का नाम, उसे भोले का आशीर्वाद जरूर मिलता है! जय भोलेनाथ
हैप्पी महाशिवरात्रि
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
इस दिन शिव को कई सामग्रियां अर्पित की जाती हैं। जैसे- रोली, मोली, साबुत चावल, धूप दीप, मिश्रि, कमलगट्टा, साबुत हल्दी, पांच प्रकार के फल, सफेद मिष्ठान, सफेद चंदन, नागकेसर, केसर, मिश्री, बेलपत्र, आक धतूरा, भांग, लाल और पीले गुलाब के फूल, आक के फूल, रंग बिरंगे अबीर गुलाल, गुलाब और चंदन का इत्र।
4 मार्च 2019 को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि को भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। कहते हैं कि महाशिवरात्रि में किसी भी प्रहर अगर भोले बाबा की आराधना की जाए तो भोले त्रिपुरारी दिल खोलकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। महाशिवरात्रि भगवान शिव के पूजन का सबसे बड़ा पर्व है।
चंद्र, शुक्र और केतु एक साथ मकर राशि में रहेंगे। शनि, धनु राशि में रहेगा। ऐसा योग 29 साल पहले बना था, जब शनि धनु राशि में था और शिवरात्रि मनाई गई थी।
शिव भक्तों के लिए यह त्योहार काफी पवित्र और महत्वपूर्ण है। सुबह से ही शिवालयों में भक्तों की भीड़ लग जाती है और सभी पूजा-अर्चना से भगवान शिव को प्रसन्न कर आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं। इस दिन लोग अलग-अलग तरीके से भगवान शिव को प्रसाद चढ़ाते हैं। लेकिन अगर सही ढंग से इस दिन भगवान शिव का पूजन न हो तो कृपा नहीं मिलती है। इस दिन खान-पान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
ऐसा माना जाता है कि व्रतधारियों को शिवरात्रि पर चावल, दाल, गेहूं से बने खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
कहा जाता है कि जो लोग शिवजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं उन्हें फल, दूध, चाय, कॉफी आदि का सेवन करना चाहिए।
महाशिवरात्रि के दिन सेंधा नमक, आलू, साबुदाना से बना व्यंजन ही खाना चाहिए।
इस दिन सिंघाड़े के आटे से कटलेट का सेवन कर सकते हैं।
इस दिन दूध से बनी ठंडाई पी सकते हैं, इसमें कैल्शियम और प्रोटीन होता है और ये पेट के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
बादाम, पिस्ता, काजू, कई तरह के ड्राइ फ्रूट्स डालकर ठंडाई बना सकते हैं।
कस्तूरी चंदन, कुमकुम से निर्मित शिवलिंग की पूजा से घुटने समेत पूरे शरीर की समस्या से निजात मिलती है।
पुष्पों से बने शिवलिंग की पूजा से बीमारी से छुटकारा मिलता है। फूलों की तरह जीवन में मुस्कान होती है।
काली उड़द की दाल से बने शिवलिंग की पूजा से विरोधियों को परास्त करने की शक्ति मिलती है।
गुड़ से निर्मित शिवलिंग की पूजा से शुगर, अल्सर जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
भस्म से निर्मित शिवलिंग की पूजा का प्रचलन तंत्र साधना में सफलता मिलती है।
पारद से बने शिवलिंग की पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
शिव की शक्ति, शिव का जाप और खुशियों का संसार मिले
इस शिवरात्रि के उत्सव पर आपको कामयाबी की नई शुरुआत मिले
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को बाबा भोले को मनाने को भक्त आतुर हैं। महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में चन्द्रमा को सोम कहा गया है। भगवान शिव को सोमनाथ कहा जाता है। सोमवार को शिवजी की पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। महाशिवरात्रि पर सूर्य-चंद्रमा शिव योग बना रहे हैं। ये योग सोमवार को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रहा है। यह कल्याणकारक एवं सफलतादायक योग होता है। इसमें भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है।
महाशिवरात्रि की पूजा के मौके पर भक्त भगवान शिव की पूजा करते वक्त विशेष मंत्रों का जाप करते हैं। माना जाता है कि इन मंत्रों से मन की शुद्धि, अकाल से रक्षा, स्वास्थ्य और शांतिपूर्ण जीवन का वरदान मिलता है। सभी शक्तिशाली मंत्रों के पीछे भगवान शिव की शक्ति होती है।
माना जाता है कि सृष्टि के आरंभ में इस दिन मध्यरात्रि को भगवान ब्रह्मा के शरीर से भगवान शंकर रुद्र रुप में प्रकट हुए थे। यह भी मान्यता है कि इस दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। मान्यता यह भी है कि इस दिन भगवान शिव की सेवा में दान करने व उपासना से उपासक को मोक्ष मिलता है। इस दिन इन चीजों से बनें शिवलिंग से इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
माना जाता है कि सृष्टि के आरंभ में इस दिन मध्यरात्रि को भगवान ब्रह्मा के शरीर से भगवान शंकर रुद्र रुप में प्रकट हुए थे। यह भी मान्यता है कि इस दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। मान्यता यह भी है कि इस दिन भगवान शिव की सेवा में दान करने व उपासना से उपासक को मोक्ष मिलता है। इस दिन इन चीजों से बनें शिवलिंग से इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
शिव की महिमा अपार
शिव करते सबका उद्धार
उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे
और आपके जीवन में आएं खुशियां हज़ार
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
शिव योग में वेदाध्ययन, आध्यात्मिक चिन्तन और बौद्धिक कार्य करना भी शुभ माने जाता है। मान्यताओं के मुताबिक पूजन, जागरण और उपवास करने वाले मनुष्य का पुनर्जन्म नहीं होता। महाशिवरात्रि पर श्रवण और घनिष्ठा नक्षत्र होने से सिद्धि एवं शुभ नाम के योग बन रहे हैं। तिथि, वार और नक्षत्र मिलकर सर्वार्थसिद्धि योग भी बना रहे हैं। तीन शुभ योगों के कारण महाशिवरात्रि का पर्व और भी खास हो गया है। इन शुभ योगों में शिवजी की पूजा सफल हो जाती है। महाशिवरात्रि पर भोले बाबा को पूजा से मनाया जा सकता है।
फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी महाशिवरात्रि कहा गया है। इस बार यह शिवरात्रि 4 मार्च यानी सोमवार को है। चंद्र चक्र में आने वाली सबसे अंधेरी रात को शिवरात्रि कहते हैं। महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन की रात है। इस रात में आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि इस रात का प्रयोग ध्यान, तप और शिव साधना में करना चाहिए।
महाशिवरात्रि 4 मार्च को है। यह साल में एक बार आती है लेकिन सालभर में 12 शिवरात्रि होती हैं। इसमें से महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन आने वाली शिवरात्रि को सिर्फ शिवरात्रि कहा जाता है। लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी के दिन आने वाले शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। कई लोग इसे बड़ी शिवरात्रि के नाम से भी जानते हैं।
हिंदू पुराणों में महाशिवरात्रि का अपना अलग महत्व है। कई लोगों का कहना है कि इस दिन भगवान शिव का जन्मदिन होता है। इसके अलावा कई लोगों का कहना है कि इस दिन ब्रह्मा जी ने महाशिवरात्रि के दिन ही शंकर का रुद्र रूप अवतरण किया था। लिंगपुराण के अनुसार इस दिन भगवान शिव, ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए थे।