धार्मिक शास्त्रों अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान का जन्म हुआ था। साल 2022 में ये शुभ दिन 16 अप्रैल यानि कि आज है। जिसे हनुमान जयंती के नाम से जाना जाता है। इस दिन बजरंगबली की विधि विधान के साथ पूजा- अर्चना की जाती है। साथ ही लोग बजरंगबली को सिंदूर का चोला भी चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है राम भक्त हनुमान जी को सिंदूर का चोला क्यो चढ़ाया जाता है। आइए जानते हैं प्रसिद्ध राम कथा वाचक स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज (राजेश रामायणी) ने हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाने के पीछे क्या वजह बताई है…

जानिए हनुमान जी को क्यों पसंद है सिंदूर:

स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज ने यूट्यूब एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें उन्होंने अपनी अपनी कथा में बताया कि एक बार मां सीता श्रंगार कर रहीं थीं। तब ही वहां हनुमान जी माता के दर्शन करने पहुंच गए तब उन्होंने देखा कि मां सीता अपनी मांग में सिंदूर लगा रहीं थीं। तब हनुमान जी से माता से पूछा कि आप सिंदूर क्यों लगा रहीं हों। तो मां सीता ने बोला सिंदूर धारण करने से प्रभु श्री राम प्रसन्न होते हैं। तो हनुमान जी ने सोचा कि अगर इतना सा सिंदूर धारण करने से प्रभु श्री राम प्रसन्न होते हैं। तो अगर पूरे शरीर पर सिंदूर लगाया जाए तो प्रभु श्री राम कितने प्रसन्न हो जाएंगे और फिर इसी सोच के साथ हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया।

साथ ही उसके बाद हनुमान जी राम दरबार पहुंचे। तो पहले तो प्रभु श्री राम हनुमान जी को पहचान नहीं पाए। लेकिन जब हनुमान जी पास पहुंचे तो प्रभु श्री राम ने हनुमान जी को पहचान लिया और वह खूब जोरकर प्रसन्न हुए। तब हनुमान जी ने सोचा कि मां सीता सही कह रहीं थीं। प्रभु श्री राम सिंदूर देखकर खुश होते हैं। साथ ही तब से ही हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई।

स्वामी राजेश्वरानंद महाराज जी का जन्‍म 22 सितम्‍बर 1955 को उत्‍तरप्रदेश के जालौन जिले में स्थिर पचोखरा नामक गांव में एक ब्राम्‍हण कुल में हुआ था। स्वामी ने भारत के साथ  मारीशस, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, इंग्लैंड आदि देशों में रामकथा का वाचन किया है। साथ ही स्वामी जी का सात दिवसीय हनुमान चालासी बेहत प्रसिद्ध है।