सामुद्रिक शास्त्र (Samudrik Shastra/ Samudra Shastra) में शरीर के अंगों, बनावट, रंग और तिल आदि को देखकर यह बताया जाता है कि किसी व्यक्ति का स्वभाव, व्यवहार या भविष्य कैसा होगा। सामुद्रिक शास्त्र अन्य शास्त्रों से बहुत अलग है। इस शास्त्र की रचना समुद्र ऋषि ने की थी, इसलिए ही शास्त्र का नाम सामुद्रिक शास्त्र रखा गया। इसे समुद्र शास्त्र भी कहा जाता है। यह शास्त्र व्यक्ति को देखकर उसके बारे में गणना करने में सक्षम है। जानिये बालों के रंग का व्यक्ति पर पड़ने वाला प्रभाव –
जिन लोगों के बालों का रंग काला होता है, ऐसे लोग अनुशासन प्रिय होते हैं। किसी भी व्यक्ति के बालों का काला रंग उसके सभ्य व्यवहार को जताता है। कहते हैं कि जिस व्यक्ति के बाल काले होते हैं। वह बहुत बुद्धिमान होता है। ऐसे लोगों का दिमाग कंप्यूटर की तरह चलता है। यह लोग दृढ़ निश्चयी होते हैं। यह जो भी सोचते हैं, उसे पूरा करते हैं। इन पर विश्वास किया जा सकता है। इन्हें बहुत ईमानदार माना जाता है। काले बाल वालों की खासियत होती है कि यह हमेशा खूबसूरती तलाशते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र में ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों के बाद सुनहरी रंग के होते हैं, वह बहुत शातिर दिमाग के होते हैं। ऐसे लोगों पर संभल कर यकीन करना चाहिए। सुनहरे बाल वाले लोग अपने जीवन में लापरवाही बरतते हैं। ऐसे लोग घर-गृहस्थी को संभालने में माहिर होते हैं। इन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे लोग उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इन्हें कलात्मक विषयों में अधिक रुचि होती है। सुनहरे बाल वालों की खासियत होती है कि इन्हें शांति पसंद होती है।
समुद्र शास्त्र में यह कहा जाता है कि जिन लोगों के बाल भूरे रंग के होते हैं। वह लोग बहुत प्रेमी किस्म के होते हैं। माना जाता है कि भूरे बाल वाले लोग बहुत आकर्षक होते हैं। ऐसे लोग जीवन में कम मेहनत करते हैं। इन्हें आसानी से सफलता मिल जाती है। भूरे बाल वाले लोग बहुत मिलनसार होते हैं। ऐसे लोग जिस भी माहौल में जाते हैं, उसमें आसानी से ढल जाते हैं। भूरे बाल वाले लोगों की यह खासियत है कि यह बहुत खुशमिजाज होते हैं।