Vipreet Rajyog 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, देवताओं के गुरु इस साल अतिचारी चाल से चल रहे हैं। इसलिए एक साल में वह दो बार राशि परिवर्तन करेंगे, जिससे किसी न किसी ग्रह के साथ संयोग करके शुभ-अशुभ राजयोगों का निर्माण कर रहे हैं। बता दें कि 18 अक्टूबर 2025 से लेकर 5 दिसंबर 2025 तक वे कर्क राशि में रहेंगे। इसके बाद 2 जून 2026 से 31 अक्टूबर 2026 तक और फिर 25 जनवरी 2027 से 26 जून 2027 तक वे पुनः कर्क राशि में गोचर करेंगे। गुरु की स्थिति में ये बदलाव का असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से देखने को मिलने वाला है। वहीं गुरु की राशि मीन में वक्री अवस्था में शनि विराजमान है। ऐसे में गुरु शनि के साथ संयोग करके विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है। शनि-गुरु के विपरीत राजयोग का निर्माण होने से कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में…
सिंह राशि (Leo Zodiac)
सिंह राशि की कुंडली में शनि छठे और सातवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में विराजमान है। वहीं गुरु इस राशि के बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिल सकती है क्योंकि बृहस्पति की दृष्टि आठवें भाव (संकट और परिवर्तन) पर पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लंबे समय से चली आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। इसके साथ ही करियर में लंबे समय से चली आ रही अड़चने धीरे-धीरे समाप्त हो सकती है। रियल एस्टेट और वाहन से जुड़े कार्यों में आपको काफी लाभ मिल सकता है। तेजी से मुनाफा के योग बन रहे हैं। अध्यात्म की ओर भी आपका झुकाव अधिक हो सकता है, जिससे कई धार्मिक यात्राएं कर सकते हैं या फिर धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले सकते हैं।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु-शनि का विपरीत राजयोग कई क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। इस राशि के जातकों का अध्यात्म की ओर काफी अधिक झुकाव हो सकता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। परिवार के साथ लंबे समय से चली आ रही परेशानियां समाप्त हो सकती है। इसके साथ की आकस्मिक धन लाभ के योग बन रहे हैं। करियर के क्षेत्र में भी काफी लाभ मिल सकता है। बिजनेस के क्षेत्र में आप काफी अधिक प्रगति कर सकते हैं।
तुला राशि (Libra Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु-शनि का विपरीत राजयोग लकी हो सकता है। इस राशि के छठे भाव में शनि वक्री अवस्था में है। गुरु की स्थिति की बात करें, तो दसवें भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल हो सकती है। आपके द्वारा की जा रही मेहनत का फल आपको अवश्य मिल सकता है। करियर के क्षेत्र में नई दिशा के साथ खूब सफलता हासिल हो सकती है। थोड़ी मेहनत करेंगे, तो उसमें सफल अवश्य हो सकते हैं। समाज में मान-सम्मान की तेजी से वृद्धि हो सकती है। जीवन में खुशियों का आगमन हो सकता है। नौकरीपेशा जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। कार्यस्थल पर आपकी स्थिति सुदृढ़ हो सकती है और विरोधियों को आप अपने परिश्रम और प्रदर्शन से प्राप्त कर सकते हैं।
दिवाली के बाद नवबंर माह में ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करके वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में मीन राशि में विराजमान शनि के साथ संयोग करके नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे। इस राजयोग का निर्माण होने से 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियोें के बारे में
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।