Guru Purnima 2018 Puja Vidhi, Puja Shubh Muhurat, Procedure, Mantra, Timings: गुरु पूर्णिमा। नाम से ही स्पष्ट है कि यह खास धार्मिक दिन गुरु को समर्पित है। शिष्य इस दिन बड़ी ही श्रद्धाभाव के साथ गुरु की पूजा करते हैं। कहा गया है कि बिना गुरु के यह जीवन अधूरा है। वर्षा ऋतु के आगमन के साथ जब धरती हरी-भरी होने लगती है तब ऐसे समय में गुरु पूर्णिमा मनाने का विधान है। कहते हैं कि एक गुरु भी अपने शिष्य के जीवन में हरियाली यानी कि खुशियां लाने का कार्य करता है। गुरु की शिक्षा-दिक्षा में ही एक बालक जी जीवन का सार समझता है और समाज कल्याण में अपना योगदान देने निकल पड़ता है। इन सबके बीच गुरु पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। क्या आपको इस साल की गुरु पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त पता है। यदि नहीं तो हम आपको बताते हैं।

गुरु पूर्णिमा पर मंत्रों के जाप से अपने गुरु की उपासना करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहते हैं कि इन मंत्रों के जाप से शिष्य आसानी से अपने गुरु से जुड़ जाता है और उसे आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। उल्लेखनीय है कि भारतीय धर्मग्रन्थों में गुरु का स्थान बहुत ही ऊंचा बताया गया है। इसके साथ ही धर्मग्रन्थों में गुरु की महत्ता का जिक्र करने वाले कई मंत्रों की रचना भी की गई है। हम आपको ऐसे ही कुछ सरल से मंत्रों को बता रहे हैं। इन मंत्रों को जाप से आप भी गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु की उपासना कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त: 

गुरु पूर्णिमा आरंभ: 11:16pm 26 जुलाई
गुरु पूर्णिमा समाप्त: 01: 50 am 28 जुलाई।

 

1. गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु, गुरुर देवो महेश्वरः,
गुरुर साक्षात परम ब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः।

2. “गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णुः गुरूर्देवो महेश्वरः।
गुरू साक्षात् परंब्रह्म तस्मै श्री गुरूवे नमः॥”

3. “अज्ञान तिमिरांधश्च ज्ञानांजन शलाकया,चक्षुन्मीलितम तस्मै श्री गुरुवै नमः’

4. ।। ऊं गुरुदेवाय विद्महे परब्रह्माय धीमहि तन्नो गुरु प्रचोदयात् ।।

5. बंदउँ गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि।
महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर॥