Guru Asta 2022: ज्योतिष शास्त्र अनुसार जब भी कोई राशि परिवर्तन या अस्त होता है, तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि देवताओं के गुरु बृहस्पति भी 22 फरवरी को अस्त होने जा रहे हैं, जिसके बाद गुरु 23 मार्च को उदय होंगे।
गुरु के अस्त होने के बाद मांगलिक कार्यक्रम (विवाह, मुंडन, नामकरण संस्कार) आदि पर रोक लग जाती है। क्योंकि गुरु का प्रभाव न होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आतीं हैं। वहीं गुरु के अस्त होने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ता है। लेकिन 4 राशियां ऐसीं हैं जिनको विशेष लाभ हो सकता है। आइए जानते हैं ये 4 राशियां कौन सीं हैं।
इन 4 राशि वालों को हो सकता है लाभ:
वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुरु का अस्त होना यूं तो शुभ नहीं माना जाता लेकिन गुरु के कुंभ राशि में अस्त होने के कारण कुछ राशियों को इस दौरान लाभकारी फल भी प्राप्त हो सकते हैं। गुरु अस्त के दौरान गुरु की शत्रु राशियों वृषभ, तुला के साथ ही बुध ग्रह के स्वामित्व वाली मिथुन और कन्या राशि के जातकों को व्यापार और करियर में लाभ हो सकता है। नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। व्यापार कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है, जिसका फायदा भविष्य में हो सकता है। अगर आपका व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है तो आपको विशेष लाभ हो सकता है। (यह भी पढ़ें)- Astrology: कर्मफल दाता शनि देव करने जा रहे हैं नक्षत्र परिवर्तन, इन 4 राशि वालों की बढ़ सकतीं हैं मुश्किलें, जानें उपाय
ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति का महत्व:
ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को गुरु कहा जाता है। यह धनु और मीन राशि के स्वामी होते हैं और कर्क इसकी उच्च राशि है जबकि मकर इनकी नीच राशि मानी जाती है. गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि के कारक माने जाते हैं। साथ ही ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है और आध्यात्म की तरफ उसका झुकाव होता है। (यह भी पढ़ें)- Astrology: कुंडली में हों ऐसे योग तो पति-पत्नी के बीच रहता है जबरदस्त प्रेम, देखें- कहीं आपकी जन्मकुंडली में तो नहीं बन रहा यह संयोग