Jupiter Transit 2024: नवग्रहों में से गुरु बृहस्पति को सबसे ज्यादा शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष में गुरु को सुख-समृद्धि, विवाह, अध्यात्म, ज्ञान, संतान, विद्या, बुद्धि आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में गुरु के स्थिति में बदलाव का असर हर राशि के जातकों के जीवन पर देखने को मिलता है। बता दें कि गुरु एक राशि में करीब 1 साल तक रहते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 साल का वक्त लगता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति वृषभ राशि यानी शत्रु राशि में प्रवेश कर लिया है। ऐसे में नवांश कुंडली में 18 दिन के लिए नीच हो गए हैं। वैसे तो वह 40 दिनों के लिए नीच होने वाले थे। लेकिन इस समय उनकी गति तीन गुना अधिक तेजी से चल रहा है। ऐसे में सिर्फ 18 दिनों के लिए नवांश कुंडली में नीच के रहेंगे।

गुरु की अतिचारी गति यानी की राशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है। इसके साथ ही 3 मई को वृषभ राशि में अस्त हो रहे हैं। गुरु के अतिचारी होने से तीन राशियों के जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने वाला है। काम में अड़चनें, कार्यक्षेत्र में समस्या, आर्थिक स्थिति में परेशानी, विवाह, संतान, भाई-बहनों के साथ मनमुटाव या फिर दुर्घटना के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं किन राशियों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।

धनु राशि (Dhanu Zodiac)

धनु राशि में   छठे भाव में अतिचारी गुरु ने गोचर कर लिया है। इस भाव को रोग, लोन, शत्रुओं आदि का भाव माना जाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों को अचानक से कोई बीमारी हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सजग रहने की जरूरत है। इसके साथ ही कार्यस्थल या फिर बिजनेस में कई दुश्मन बन सकते हैं। कार्यस्थल में आपके काम से उच्च अधिकारी प्रसन्न होंगे। हालांकि, आपके कुछ विरोधियों को ये बात पसंद नहीं आएगी और वह आपके खिलाफ कई तरह की साजिश करेंगे। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की यात्रा या फिर वाहन चलाते समय थोड़ा सावधान रहने की की जरूरत है, क्योंकि दुर्घटना का योग बन रहा है। छोटे-छोटे कामों में अधिक बाधाएं उत्पन्न हो सकती है। इससे आप मानसिक रूप से तनाव में भी रह सकते हैं। निर्णय लेने की क्षमता पर काफी प्रभाव पड़ने वाला है। इसके साथ की काम से सिलसिले से घर के बाहर रहना पड़ सकता है।

तुला राशि (Tula Zodiac)

तुला राशि के जातकों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। इस राशि के आठवें भाव में अतिचारी  गुरु विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को करियर संबंधित कई समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। ऐसे में आप तनाव में रह सकते हैं। अपने सहकर्मियों से थोड़ा सावधान रहने क जरूरत है। कार्यस्थल का माहौल काफी नकारात्मक होगा, जिससे  आप थोड़ा परेशान रह सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों को सफलता पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं रहने वाली है। इस दौरान अधिक खर्च बढ़ेगा। इससे कर्ज लेने तक की नौबत आ सकती है। अपनी सेहत का विशेष ख्याल  रखने की जरूरत है। भाई-बहनों के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव हो सकता है। इसके साथ ही अविवाहितों को संतान के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है।

मीन राशि (Meen Zodiac)

इस राशि में अतिचारी  गुरु तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को आलस्य अधिक घेर सकता है। ऐसे में आप हर एक काम को टालने की कोशिश करेंगे। कार्यक्षेत्र में थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है, क्योंकि कोई आपके खिलाफ कोई साजिश कर सकता है। इसके साथ ही बिजनेस में भी थोड़ी सी परेशानियां उत्पन्न हो सकती है। हर काम में किसी न किसी प्रकार की अड़चनें उत्पन्न हो सकती है। आपके निर्णय लेने की क्षमता पर भी अधिक असर पड़ेगा, जिससे आप छोटा सा भी निर्णय लेने में परेशान हो सकते हैं। बेकार की यात्राएं करनी पड़ सकती है। लेकिन थोड़ा संभलकर रहें, क्योंकि दुर्घटना के योग बन रहे हैं।

अतिचारी गुरु के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए उपाय

अगर आप अतिचारी गुरु के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो गुरु बृहस्पति से संबंधित उपाय करें। हो सके, तो पीले रंग के वस्त्र आदि धारण करें या फिर पीले रंग की रुमाल रखें। इसके अलावा केसर का तिलक लगाएं। गुरुवार के दिन केले और बेसन के हलवा का भोग लगाएं। इसके अलावा ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः’ मंत्र का का जाप करें।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।