Vipreet Rajyog 2026: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति करीब एक साल में राशि परिवर्तन करते हैं और गुरु की स्थित में बदलाव का असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य देखने को मिलता है। बता दें कि नए साल में गुरु बृहस्पति बुध की राशि मिथनु राशि में विराजमान रहने वाले हैं। गुरु मार्च 2026 तक वक्री अवस्था में रहेंगे। गुरु मिथुन राशि में रहकर पावरफुल विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। गुरु के नए साल में विपरीत राजयोग का निर्माण करने से 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव पड़ेगा। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को बंपर लाभ मिल सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…
विपरीज राजयोग कैसे बनता है?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब 6वें, 8वें, और 12वें भाव के स्वामी ग्रह इन्हीं त्रिक भावों में से किसी एक में बैठ जाते हैं या आपस में स्थान परिवर्तन करते हैं, तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है।
मकर राशि (Capricorn)
इस राशि में बारहवें भाव के स्वामी होकर गुरु छठे भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को काफी लाभ मिल सकता है। जीवन में लंबे समय से चले आ रहे संकटों से निजात मिल सकती है। किसी पुराने उलझे हुए मसले से छुटकारा मिलने की प्रबल संभावना रहेगी।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
इस राशि के गुरु आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में स्थित होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को अचानक धन लाभ हो सकता है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं। रिसर्च के कार्यों में सफलता हासिल हो सकती है। पैतृक संपत्ति से जुडे विवादों से निजात मिल सकता है। मानसिक शांति से निजात मिल सकती है।
कर्क राशि (Cancer)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु का विपरीत राजयोग बनाना कई क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। इस राशि की कुंडली में गुरु छठे और नौवें भाव के स्वामी होकर बारहवें भाव में विपरीत राजयोग बनाएंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। लंबे समय से रुके काम पूरे होने के साथ-साथ धन-धान्य की बढ़ोतरी हो सकती है। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। इसके अलावा कोर्ट-कचहरी के मामलों में अपार सफलता हासिल हो सकती है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी और करियर में कोई बड़ी उपलब्धि मिल सकती है। पदोन्नति के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है।
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
