Grah Gochar 2023: वैदिक ज्योतिष में गुरु बृहस्पति को शुभ ग्रह माना गया है। यह धनु और मीन राशि के स्वामी होते हैं। इस साल गुरु बृहस्पति भी राशि परिवर्तन करने वाले हैं। जिसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु बृहस्पति शिक्षा, संतान, बड़े भाई, धार्मिक कार्य आदि के कारक माने जाते हैं। गुरु बृहस्पति 22 अप्रैल 2023 को प्रात:काल 3 बजकर 33 मिनट पर मीन राशि से निकलकर अपने मित्र राशि मेष में प्रवेश करेंगे। मान्यता के अनुसार जिस जातक की कुंडली में गुरु बृहस्पति मजबूत स्थिति में होते हैं। उन्हें कई सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। वहीं जिस जातक की कुंडली में यह अशुभ प्रभाव में होते हैं। उन्हें प्रतिकूल समय का सामना करना पड़ता है। आइए जातने हैं कि गुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन करने से मेष, मिथुन और कन्या राशियों के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
मेष राशि
इस राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति नौवें व बारहवें भाव के स्वामी होते हैं। गुरु बृहस्पति का गोचर इसी राशि में होगा,ऐसे में जातकों को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों नतीजे मिल सकते हैं। जातकों के सेहत में गिरावट हो सकती है। कार्यो को पूरा करने में रूकावट आ सकती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। हालांकि कई जातकों को इस अवधि में संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है। वहीं प्रेम संबंध में रह रहे जातकों के लिए समय अनुकूल हो सकता है। विवाह के भी योग बन रहे हैं।
मिथुन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति सातवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। जातकों की कुंडली में गुरु बृहस्पति का गोचर एकादश भाव में होगा। कई मामले में इस गोचर से जातकों को मिश्रित परिणाम मिल सकते हैं। आर्थिक स्थिति सुधर सकती है। करियर में सफलता मिल सकती है। आपसी समझ बढ़ सकती है और रिश्ते मजबूत हो सकते हैं। व्यवसाय में भी बढ़ोतरी हो सकती है और मुनाफा मिल सकता है।
कन्या
इस राशि के जातकों की कुंडली में गुरु बृहस्पति का गोचर आठवें भाव में होगा। किसी विवाद में फंस सकते हैं। निवेश करना हानिकारक हो सकता है। धन हानि के भी प्रबल योग बन रहे हैं। सेहत भी खराब हो सकती है। किसी बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं।