Dwi Dwadash Rajyog 2025: देवताओं के गुरु बृहस्पति हर साल राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 साल का वक्त लग जाता है। लेकिन इस साल गुरु दो दुना तेजी गति से चलेंगे। ऐसे में वह इस साल मिथुन के साथ कर्क राशि में भी गोचर करेंगे। बता दें कि इस समय गुरु मिथुन राशि में विराजमान है। गुरु मिथुन राशि में रहकर 24 मई को बुध के साथ संयोग करके द्विद्वादश योग का निर्माण कर रहे हैं। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को खूब लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं गुरु-बुध का द्विद्वादश योग किन राशियों के लिए हो सकता है लकी…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध और गुरु 24 मई को दोपहर 12 बजकर 44 मिनट पर एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होंगे, जिससे द्विद्वादश योग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि द्विद्वादश योग जब बनता है जब दो ग्रह एक-दूसरे से बारहवें और दूसरे भाव में हो या फिर 30 डिग्री की दूरी पर हो।
मेष राशि (Mesh Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का द्विद्वादश योग काफी लाभकारी हो सकता है। इस राशि के जातक आलस्य को त्याग कर काम में अधिक ध्यान देंगे। इसके साथ ही भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध स्थापित होंगे। व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। समाज में मान-सम्मान की तेजी से वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही आमदनी में अच्छी से बढ़ोतरी हो सकती है। पिता के साथ आपके संबंध अच्छे बनने वाले हैं। किसी विवाह या फिर शुभ काम में आप हिस्सा ले सकते हैं। धार्मिक यात्राएं कर सकते हैं।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
इस राशि के जातकों को संतान संबंधित कोई शुभ समाचार मिल सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में काफी लाभ मिल सकता है। शिक्षा में मनचाहे परिणाम के योग बन रहे हैं। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव आ सकता है। समाज के फेमस, इज्जतदार लोगों के साथ आपकी अच्छी मुलाकात हो सकती है। सामाजिक तौर में काफी उन्नति हो सकती है। इसके साथ ही व्यापार में भी लाभ के योग बन रहे हैं भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। ऐसे में धीरे-धीरे परेशानियों में कमी आ सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का द्विद्वादश योग अनुकूल हो सकता है। इस राशि के जातकों के दांपत्य जीवन में खुशियां आ सकती है। जीवनसाथी के साथ चली आ रही अनबन अब समाप्त हो सकती है। अगर आप कोई व्यापार आरंभ करना चाहते हैं, तो इस अवधि में आपको लाभ मिल सकता है। जमीन जायदाद के मामलों में भी सफलता हासिल हो सकती है। निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही ससुराल पक्ष की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। व्यापार में ध्यान देंगे, तो अवश्य सफल होंगे।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल देवताओं के गुरु बृहस्पति अतिचारी चाल में चलेंगे। वैसे वह एक राशि में एक साल रहते हैं। लेकिन अतिचारी चाल होने के कारण वह इस साल मिथुन, कर्क और दोबारा मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में किसी न किसी ग्रह के साथ युति या फिर दृष्टि पड़ती रहेगी। ऐसे ही साल के अंत में शुक्र धनु राशि में होंगे और वह गुरु बृहस्पति के साथ समसप्तक राजयोग का निर्माण करेंगे। इस राजयोग का निर्माण होने से इन तीन राशियों को बंपर लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में
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