Navpancham Rajyog 2025: देवताओं के गुरु बृहस्पति को शनि के बाद सबसे ज्यादा शक्तिशाली ग्रह माना जाता है, जो करीब 1 साल बाद राशि परिवर्तन करते हैं। लेकिन इस समय वह अतिचारी गति से गोचर कर रहे हैं। ऐसे में वह कुछ समय के लिए बीच में अन्य राशि में भी गोचर कर जाते हैं। गुरु बृहस्पति इस समय मिथुन राशि में विराजमान है और 2 जून 2026 तक इसी राशि में रहेंगे। इस दौरान गुरु किसी न किसी ग्रह के साथ संयोग, दृष्टि या फिर कोणीय स्थिति बनाएंगे। ऐसे ही गुरु दिसंबर माह में ही बुध के साथ संयोग करके नवपंचम राजयोग का निर्माण करने वाले हैं। गुरु-बुध के संयोग से बना ये राजयोग कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ दे सकता है। नौकरी-बिजसे में अपार सफलता के साथ-साथ धन लाभ करा सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 6 दिसंबर को शाम 6 बजकर 32 मिनट पर गुरु-बुध एक-दूसरे से 120 डिग्री पर होंगे, जिससे नवपंचम राजयोग का निर्माण होगा। इस समय बुध वृश्चिक राशि और गुरु बृहस्पति मिथुन राशि में वक्री अवस्था में विराजमान है।
मिथुन राशि (Gemini Zodiac)
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का नवपंचम राजयोग काफी लाभकारी हो सकता है। इस राशि की गोचर कुंडली में गुरु लग्न भाव में और बुध छठे भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। धन भाव में रहकर गुरु की दृष्टि छठे भाव, आठवें भाव और द्वितीय भाव पर पड़ेगी। ऐसे में इस राशि के जातकों को आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। धन संबंधित मामलों में सफलता हासिल हो सकती है। आप अधूरे पड़े कार्यों को पूरी योजना बनाकर पूरे कर सकते हैं। वित्तीय स्थिति अच्छी रहने वाली है। करियर के क्षेत्र में भी अच्छा खासा लाभ मिल सकता है। पदोन्नति के साथ वेतन वृद्धि हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में ही काफी लाभ मिल सकता है। जीवनसाथी और परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। आप अपनी संवाद शैली से कई क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं। आपकी वाणी भी बेहतर होंगे, जिससे सार्वजनिक और व्यावसायिक जीवन में बेहतर कर पाने में सफल होंगे। आपकी निर्णय क्षमता भी अच्छी रहने वाली है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में भी सफलता हासिल हो सकती है।
तुला राशि (Libra Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए गुरु-बुध का नवपंचम राजयोग अत्यंत शुभ परिणाम देने वाला सिद्ध हो सकता है। गोचर कुंडली में बुध दूसरे भाव और गुरु नौवें भाव में स्थित रहेंगे, जिससे भाग्य का प्रबल साथ मिलेगा। इस योग के प्रभाव से आकस्मिक धन लाभ के योग बनेंगे और करियर में विशेष उन्नति मिलने की संभावना रहेगी। आप धन संचय कर पाने में सफल होंगे तथा कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेंगे। करियर की दृष्टि से यह अवधि बेहद अनुकूल रहेगी। विदेश में नौकरी पाने का सपना पूरा हो सकता है, साथ ही कार्यक्षेत्र में सफलता के साथ प्रतिष्ठा बढ़ने के भी प्रबल योग हैं। करियर में नई दिशा मिलेगी और आपकी मेहनत का उचित फल अवश्य प्राप्त होगा। व्यापारियों के लिए भी यह समय लाभकारी रहेगा। नया बिजनेस शुरू करने का विचार सफल हो सकता है और धन कमाने के कई अवसर मिल सकते हैं। निजी जीवन भी सुखद रहेगा।
मकर राशि (Capricorn Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए भी गुरु-बुध का नवपंचम राजयोग कई मायनों में खास हो सकता है। इस कुंडली में देव गुरु बृहस्पति छठे भाव और बुध ग्यारहवें भाव में विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए नवपंचम योग कई क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। पार्टनरशिप में किए जा रहे बिजनेस में खूब लाभ मिल सकता है। अविवाहित जातकों के लिए विवाह के योग बनेंगे और अच्छी जगह विवाह हो सकता है। परिवार में वृद्धि होगी। संतान की ओर से भी अच्छी खबर मिल सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, तो आपको अच्छा फल मिल सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सफलता हासिल हो सकती है। बिजनेस के लिए लोन ले सकते हैं। आपको गुरु कई संकटों से निकाल सकते हैं। किसी पुराने उलझे हुए मामले से छुटकारा पा सकते हैं।
नए साल में मिथुन, कर्क के साथ सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में वह साल के आरंभ में ही चंद्रमा के साथ युति करके गजकेसरी राजयोग का निर्माण करेंगे। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
