Vastu tips for Griha Pravesh: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। माना जाता है कि अगर घर में वास्तु के अनुसार कार्य किए जाएं तो इससे नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। वास्तु की मानें तो अगर आप नए घर में शिफ्ट करने वाले हैं तो ऐसे में गृह प्रवेश करते समय सही विधि और नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं और गलत तरीके से गृह प्रवेश करते हैं तो इससे घर में नेगेटिविटी आ सकती है। इसके साथ ही आर्थिक परेशानियां भी हो सकती हैं। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में बताएंगे गृह प्रवेश को लेकर जरूरी वास्तु टिप्स, जिसे अपनाने से घर में पॉजिटिविटी आएगी और धन लाभ भी होगा। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार, गृह प्रवेश करने का सही तरीका।
गृह प्रवेश की पूजा विधि
गृह प्रवेश की पूजा के लिए सबसे पहले तांबे या मिट्टी के कलश में पानी भर लें उसके बाद उसमें गंगाजल, हल्दी, फूल और आम के पत्ते डाल दें। इसके बाद कलश के ऊपर नारियल रखकर उसे मुख्य द्वार पर रख दें। बता दें कि गृह प्रवेश की पूजा में मुख्य द्वार की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसके बाद दरवाजे पर हल्दी, कुमकुम और चावल से स्वास्तिक बनाएं। फिर नारियल फोड़कर दीपक जलाएं। इसके बाद भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें। फिर हवन और मंत्रों का उच्चारण करें।
गृह प्रवेश करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- वास्तु के अनुसार, नए घर में प्रवेश करते समय सबसे पहले अपना दाहिना पैर घर के अंदर रखें। उसके बाद सभी कमरों में दीपक जलाएं। गृह प्रवेश वाले दिन घर के मुख्य द्वार पर अशोक के पत्तों का तोरण लगाएं। रसोई का इस्तेमाल करते समय सबसे पहले दूध का प्रसाद बनाएं उसके बाद घर के सभी सदस्यों में बांटें।
2. वास्तु शास्त्र में रविवार, मंगलवार और प्रतिपदा तिथि को गृह प्रवेश करना वर्जित माना गया है। इसके अलावा मूल, अश्लेषा, ज्येष्ठा और आर्द्रा नक्षत्र में गृह प्रवेश करना अशुभ माना जाता है। वहीं, विशाखा नक्षत्र में प्रवेश से अनहोनी की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सही मुहूर्त और नक्षत्र के अनुसार ही गृह प्रवेश करें।
3. वास्तु के अनुसार, माघ, फाल्गुन, ज्येष्ठ और वैशाख महीने में गृह प्रवेश करना सबसे शुभ माना गया है। इन महीनों में गृह प्रवेश से धन की वृद्धि होती है। इसके साथ ही गृह प्रवेश के लिए मार्गशीर्ष माह भी शुभ होता है। इसके अलावा सावन का महीना भी शुभ माना जाता है। लेकिन चातुर्मास के कारण इस दौरान मांगलिक कार्य टाले जाते हैं। ऐसे में पूजा करवाकर बाद में शिफ्टिंग की जा सकती है। कृष्ण और शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि भी गृह प्रवेश के लिए सबसे शुभ मानी जाती है।
4. इस बात का खास ध्यान रखें कि गृह प्रवेश के दिन घर खाली न छोड़ें। घर के हर कोने में कपूर और धूप जलाएं। शंख बजाएं और घर में मंत्रों का उच्चारण करें। अंत में, बड़ों का आशीर्वाद लेना न भूलें।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।