Gomed Stone Benefits: वैदिक ज्योतिष में 54 उपरत्न तो वहीं 9 रत्नों का वर्णन दिया गया है। इन रत्नों को धारण करने से रत्न के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं गोमेद रत्न के बारे में, जिसका संबंध छाया ग्रह राहु से माना जाता है। आपको बता दें कि मायावी ग्रह राहु का अपना कोई अस्तित्व नहीं है लेकिन यह जिस राशि, भाव, ग्रह-नक्षत्र से जुड़ा होता है, उसके अनुसार ही यह फल देता है। वहीं जो लोग राजनीति से जुड़े हुए है तो वह गोमेद पहन सकते हैं। आइए जानते हैं गोमेद पहनने के लाभ और विधि…
इन राशियों के लिए गोमेद शुभ
अगर आपकी कुंडली में राहु की महादशा चल रही है तो आप लोग अपनी कुंडली का विश्लेषण कराकर गोमेद रत्न पहन सकते हैं। वहीं वृषभ, मिथुन, कन्या और तुला व कुंभ राशि के लोग पहन सकते हैं। क्योंकि इन राशियों के जो स्वामी हैं, उनकी राहु के साथ मित्रता है। साथ ही कुंडली में राहु ग्रह अगर राशि के छठवें और आठवें भाव या लग्न में स्थित हो तो गोमेद पहनना शुभ रहता है। वहीं जन्मपत्री में राहु ग्रह शुभ स्थिति में हो और खुद छठवें व आठवें स्थान में विराजमान हो तो गोमेद धारण करने से सक्सेस मिल सकती है। वहीं अगर राहु ग्रह उच्च राशि में विराजमान हो तो गोमेद धारण कर सकते हैं। वहीं गोमेद के साथ माणिक्य और मोती नहीं धारण करना चाहिए।
गोमेद धारण करने से मिलते हैं ये लाभ
गोमेद पहनने से सोच पॉजिटिव बनती है। साथ ही सोच दूरदर्शी होती है। वहीं जो लोग शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में धन का निवेश करते हैं, उनके लिए भी गोमेद पहनना शुभ होता है। साथ ही जो लोग राजनीति में सक्रिय हैं उनका गोमेद पहनना शुभ होता है। साथ ही जिन लोगों को जल्दी नजर लग जाती है, उनको गोमेद पहनना शुभ होता है।
इस विधि से करें धारण
गोमेद रत्न कई देशों का आता है। वहीं सबसे अच्छा सीलोनी होता है। साथ ही गोमेद को अष्टधातु और चांदी में जड़वाकर धारण करना चाहिए। वहीं गोमेद को शनिवार के दिन स्वाती, आर्दा व शतभिषा नक्षत्र में पहनना शुभ रहता है।