Gemini Horoscope 2026 To 2031: मिथुन राशि के जातकों के लिए अगले 5 साल काफी खास हो सकते हैं। जीवन में कुछ परेशानियां आ सकती है। लेकिन इन्हें इस राशि के जातक साहस के साथ पार कर लेंगे। नवग्रह में से सबसे महत्वपूर्ण ग्रह राहु, शनि और गुरु माने जाते हैं। इनकी स्थिति में बदलाव का असर 12 राशियों के जीवन में लंबे समय तक पड़ता है। सबसे पहले बृहस्पति की बात करें तो जिन्हें देवताओं का गुरु माना जाता है। ये जातक के भाग्य को जगाने से लेकर कल्याण करते हैं। दूसरा शनि जिसे कर्मों के हिसाब से फल देते वाला कर्मफल जाता माना जाता है। तीसरा ग्रह राहु है जो अत्यंत विलक्षण और असाधारण कार्य करने वाले ग्रह हैं। राहु अमर हैं क्योंकि उन्होंने अमृत पिया था। राहु की बुद्धि तीव्र है, परंतु वह नकारात्मक विचार ज्यादा रखते हैं। इसका भौतिक अस्तित्व नहीं है लेकिन ये जीवन पर कई बड़े लंबे उतार चढ़ाव ला सकता है। इसी के कारण इसे विनाशकारी के साथ-साथ रचनात्मक कहा जाता है। इस राशि के स्वामी बुध है जो माह में 2 बार राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों पर काफी प्रभाव देखने को मिलता है। आइए जानते हैं मिथुन राशि के जातकों के कैसे बीतेंगे अगले 5 साल…

Taurus Five Years Horoscope: वृषभ राशि को इस साल मिलेगा किस्मत का साथ, कैसे बीतेंगे अगले 5 साल, जानें करियर, व्यापार और लव लाइफ का हाल

अगले 5 साल शनि का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों के लिए ये 5 साल शनि के प्रभाव काफी अधिक हो सकता है। इस राशि के जातकों को शनि मेहनत के लिए काफी प्रेरित कर रहे हैं। ऐसे में जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल मिल सकता है। अगर आप अभी मेहनत करने के साथ अपने आचरण , सोच में बदलाव करेंगे, तो आने वाले समय में इसका फल भी दिखेगा।  3 जून 2027 को शनि मेष राशि में गोचर कर जाएंगे और इसी साल के 20 अक्टूबर  को वक्री हो जाएंगे, जिससे वह फिर मीन राशि का भी फल देंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को अधिक मेहनत के लिए प्रोत्साहित करें। इसके साथ ही 23 फरवरी 2028 और 8 अगस्त 2029 को शनि 12वें भाव में प्रवेश रहेंगे। इस अवधि में शनि निवेश करना के साथ किस्मत का पूरा साथ देंगे। ऐसे में आप अपनी गलतियों को समझकर आगे बढ़ेगे। इसके अलावा धर्म-कर्म के मामलों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे। दान करने से खूब लाभ मिलेगा। विवाह के भी योग बन रहे हैं।

8 अगस्त 2029 के बाद शनि वक्री होकर इनकम हाउस में गोचर करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों के लाभ और मृत्यु स्थान पर दृष्टि डालेंगे। ऐसे में दीर्घायु योग का निर्माण करेगी। यह स्थिति अप्रैल 2030 तक बनी रहेगी। इसके बाद 5 अक्टूबर 2030 को शनि वृषभ राशि में जाएंगे और अंततः 15 मार्च 2032 को मिथुन में प्रवेश करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए अगले 5 साल काफी खास जाने वाले हैं।

इन देवी-देवता के सामने बिल्कुल भी न जलाएं ऐसी बाती, वरना नहीं मिलेगा पूजा का फल, अलक्ष्मी का रहेगा वास

अगले 5 साल गुरु का प्रभाव

अब बात करते हैं देवताओं के गुरु बृहस्पति की, जो हर राशि में लगभग एक वर्ष तक विराजमान रहते हैं। वर्ष 2026 की शुरुआत में बृहस्पति मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। लग्न भाव में गुरु का विराजमान होना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस समय आपके निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और आप कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में असाधारण सफलता प्राप्त कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में भी सौहार्द और खुशियों का माहौल रहेगा।

शिक्षा, चिकित्सा, न्याय और ज्योतिष जैसे बौद्धिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए यह समय बंपर लाभ लेकर आएगा। इसके बाद जून 2027 में बृहस्पति कर्क राशि में गोचर करेंगे, जिससे पंचम, नवम और सप्तम भाव सशक्त होंगे। इस स्थिति में आपको शिक्षा, संतान, विवाह और भाग्य से संबंधित मामलों में शुभ समाचार प्राप्त होंगे। संतान की ओर से खुशखबरी मिल सकती है, और संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वालों की मनोकामना पूरी हो सकती है।

कर्क राशि में बृहस्पति धन, वाणी, दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य के प्रतीक बनेंगे। आपकी वाणी में प्रभाव बढ़ेगा, जिससे आप अपने विचारों को अधिक आत्मविश्वास से व्यक्त कर पाएंगे। इस दौरान अचानक धन लाभ या नए आर्थिक अवसरों के द्वार खुल सकते हैं। गुरु की दृष्टि आय भाव और विवाह भाव पर पड़ने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, अविवाहितों को विवाह प्रस्ताव मिल सकता है और दांपत्य जीवन में मधुरता लौटेगी।

पंचम भाव में स्थित गुरु आपको ज्ञान, बुद्धि, विवेक और संतान सुख प्रदान करेंगे। साथ ही वे लग्न और भाग्य भाव को सशक्त बनाकर आपके पद, प्रतिष्ठा और व्यवसाय में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेंगे। यदि वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की समस्या चल रही है, तो इस अवधि में उसका समाधान संभव है। कुल मिलाकर, बृहस्पति का यह गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए विकास, सम्मान और समृद्धि का काल सिद्ध होगा।

अगले 5 साल राहु का प्रभाव

राहु प्रत्येक राशि में लगभग 18 महीनों तक रहते हैं। वर्तमान में राहु कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं और 6 दिसंबर 2026 तक यहीं स्थित रहेंगे। चूंकि राहु सदैव वक्री गति से चलते हैं, इसलिए उनका प्रभाव गहरा और अप्रत्याशित होता है। इसके बाद जून 2028 में राहु धनु राशि में प्रवेश करेंगे।

मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु का आने वाला समय काफी संतुलित और प्रगतिशील रहेगा। राहु जब मकर राशि में प्रवेश करेंगे, तो यह आपके लिए एक शुभ स्थिति बन सकती है, क्योंकि मकर राहु की प्रिय राशियों में से एक मानी जाती है। यद्यपि राहु इस राशि में नीच के माने जाते हैं, लेकिन उनका वास्तविक प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि उस समय आपकी दशा या अंतर्दशा कैसी चल रही है।

11 नवंबर से इन राशियों की हो सकती है बल्ले-बल्ले, गुरु होंगे वक्री, आकस्मिक धन लाभ के योग

जब राहु छठे भाव में होंगे, तो वे शत्रुओं का नाश करेंगे और आपको प्रतिस्पर्धा में विजयी बनाएंगे। वहीं अष्टम भाव में गोचर करते समय भी राहु किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाएंगे, बल्कि जीवन में छिपे हुए अवसरों को उजागर कर सकते हैं।

कुल मिलाकर, राहु का यह गोचर मिथुन राशि वालों के लिए सुधार, परिवर्तन और उन्नति का प्रतीक रहेगा। आने वाले वर्षों में राहु, शनि और बृहस्पति की संयुक्त स्थिति आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, जिससे न केवल आपकी सोच और दृष्टिकोण विकसित होंगे, बल्कि भाग्य के नए द्वार भी खुलेंगे।

नवंबर माह कुछ राशि के जातकों के लिए काफी खास हो सकता है। नवंबर माह में हंस राजयोग, नवपंचम राजयोग, रुचक, विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है, जिससे 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। आइए जानते हैं। 12 राशियों के लिए नवंबर माह कैसा होगा। जानें मासिक राशिफल

मेष राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृषभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
मिथुन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकर्क राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
सिंह राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकन्या राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
तुला राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृश्चिक राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
धनु राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमकर राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
कुंभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमीन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल

डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।