Ganesh Visarjan 2018, Timing, Shubh Muhurat: हमारे देश के कई राज्यों में गणेश उत्सव बडे़ ही धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन से शुरू होने वाला यह उत्सव कुल 11 दिनों तक चलता है। सबसे पहले भक्त गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की प्रतिमा को अपने घरों में स्थापित करते हैं। इसके बाद बड़ी ही श्रद्धा के साथ 10 दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। ग्यारहवें दिन गणेश जी की प्रतिमा को नदियों में विसर्जित किया जाता है। गणेश की प्रतिमा का विसर्जन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ होता है। देश के कई हिस्सों में झाकियां निकाली जाती हैं। इन झाकियों में भारी तादात में लोग हिस्सा लेते हैं। इस दिन लोग अपने आपसी मतभेद, ऊंच-नीच और जात-पात भूलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं।
शुभ मुहूर्त: गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है। इस साल 23 सितंबर, दिन रविवार को अनंत चतुर्दशी पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्रों के जानकारों के अनुसार इस दिन गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार से है।
– प्रातः 8 बजे से 12 बजकर 30 मिनट तक।
– दोपहर 2 बजे से साढ़े तीन बजे तक।
– सायंकाल 6 बजकर 30 मिनट से रात्रि 11 बजे तक।
गणेश उत्सव खुशियों और उमंग का त्योहार है। यह समाज के लोगों को आपस में मिलाने का त्योहार है। इस दिन गणेश जी की झांकी के दौरान भक्तों के बीच पुष्प और प्रसाद का वितरण किया जाता है। गणेश विसर्जन के समय भक्त काफी भावुक भी हो जाते हैं। भक्तों की आंखों से आंसू झलक रहे होते हैं। इस दौरान ‘गणपति बप्पा मोरया’ का जयाकारा भी खूब लगाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि श्रद्धाभाव से गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलता है। कहते हैं कि जिस भक्त के ऊपर गणेश जी का आशीर्वाद होता है, उसे उसके पाप कर्मों से भी मुक्ति मिल जाती है।