Ganesh Chaturthi 2022 Kab Hai: गणेश चतुर्थी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 31 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन लोग गणपति भगवान की मूर्ति घर पर लाते हैं और 10 दिन तक उनकी पूजा- अर्चना करते हैं। साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन किया जाता है। वहीं इस साल कई ऐसे दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिससे गणेश चतुर्थी का त्योहार खास होने वाला है। आइए जानते हैं इन दुर्लभ संयोगों के बारे में…
31 अगस्त को बन रहे हैं ये संयोग
वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल 31 अगस्त को बुधवार, तिथि चतुर्थी, चित्रा नक्षत्र पड़ रहा है। शास्त्रों के अनुसार यही सारे संयोग गणेश जी के जन्म के समय बने थे। इसलिए इस बार की गणेश चतुर्थी विशेष है।
300 साल बाद बन रहा ये योग
ज्योतिष शास्त्र अनुसार गणेश चतुर्थी पर सूर्य, बुध, गुरु और शनि अपनी ही स्वराशियों में विराजमान रहेंगे। ऐसा पिछले 300 सालों में नहीं हुआ। इस संयोग में आप कोई प्रापर्टी, वाहन या शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं। जिसमें आपको लाभ हो सकता है।
बन रहा है लंबोदर योग
वैदिक ज्योतिष अनुसार इस बार गुरु ग्रह से देह स्थूल योग का निर्माण हो रहा है। जिसे लंबोदर योग भी कहते हैं। जो कि गणेश जी का ही एक नाम है। साथ ही गणपति के जन्म के समय वीणा, वरिष्ठ, उभयचरी और अमला नाम के योग भी बनेंगे। इन पांच राजयोगों के बनने से इस बार गणेश स्थापना बेहद शुभ मानी जा रही है। साथ ही इन योगों में स्थापना करने से घर में सुख- समृद्धि का वास रहेगा।
भगवान गणपति को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूर्वा घास जरूर अर्पित करें। दुर्वा चढ़ाने से घर के सदस्यों की तरक्की होती है। साथ ही सुख- समृद्धि का वास होता है। इसके बाद गणपति जी को सिंदूर लगाएं। सिंदूर लगाने से आरोग्य की प्राप्ति होगी। मोदक भी भगवान गणेश को विशेष प्रिय माने जाते हैं। इसलिए मोदक का भोग लगाएं। साथ ही प्रसाद को सभी लोगों में वितरण करें। वहीं आपको बता दें कि सिद्धि विनायक रूप की मूर्ति घर में स्थापित करनी चाहिए। विघ्नेश्वर गणेश ऑफिस और दुकानों के लिए (खड़े हुए) और महागणपति की स्थापना कारखानों के लिए शुभ है।
