इस साल गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2020) 22 अगस्त, शनिवार को है। हर साल यह त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस साल कोरोना महामारी के फैलने के बावजूद भी लोगों में इस त्योहार के प्रति उत्साह कम नहीं है। पूरे देश में गणेश चतुर्थी के लिए लोग जोर-शोर से तैयारियां कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश जी को स्थापित करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं स्थापित करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

– गणेश जी को अपने घर लाने से पहले घर से अपवित्र वस्तुओं को बाहर निकाल दें। घर से मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन और सभी दुर्गंध वाली वस्तुएं हटा दें।

– जिस स्थान पर भगवान गणेश की स्थापना करनी है, उसे अच्छी तरह साफ करना चाहिए। साथ ही उस स्थान को गंगाजल या किसी नदी के जल से पवित्र करना चाहिए। उसके बाद ही गणेश जी की प्रतिमा को वहां विराजमान करना चाहिए।

– भगवान गणेश को तुलसी का पत्ता कभी नहीं चढ़ाया जाता है। गणेश जी की पूजा में तुलसी पत्र चढ़ाना वर्जित है। मान्यता है कि तुलसी जी को श्रापित होने की वजह से गणेश जी की पूजा में नहीं चढ़ाया जाता है।

– जब गणेश जी की मूर्ति लेने जाए तो यह ध्यान रखें कि उनकी सूंड बाईं ओर मुड़ी हो। बाईं ओर मुड़ी सूंड वाले गणपति को शुभ माना जाता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि गणेश जी की मूर्ति को पूरी तरह ढक कर घर ले कर आना चाहिए।

– गणेश जी की हमेशा ऐसी मूर्ति ले जिसमें वह बैठे हुए हों। उनका वाहन मूषक मूर्ति में अवश्य हो। कहा जाता है कि गणेश जी की ऐसी प्रतिमा शुभ होती है। ऐसी प्रतिमा का पूजन करने से घर में धन-धान्य और सुख संपत्ति आती है।

– गणपति की प्रतिमा के पीठ के दर्शन कभी ना करें। माना जाता है कि पूजित गणपति की पीठ के दर्शन करना शुभ नहीं होता है। ऐसा करने से घर-परिवार में अशुभता आती है।