Gajakesari Yoga: इस शनिवार को शनि प्रदोष व्रत पड़ रहा है। वहीं ज्योतिष के अनुसार इन दिन गजकेसरी योग भी बना रहा है। ऐसे में इस दिन शनि देव की पूजा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होने की मान्यता है।

वहीं शनि देव 23 अक्टूबर 2022 से मकर राशि में मार्गी, जो कई राशियों के जातकों के लिए लाभप्रद हो सकता है। आइए जानते हैं कि शनिवार के दिन शनि देव की पूजा विधि और महत्व।

ऐसे बन रहा गजकेसरी योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार को चंद्रमा इस दिन मीन राशि में प्रवेश करेंगे और मीन राशि में गुरु बृहस्पति पहले से ही हैं। ऐसे में इस शनिवार को गजकेसरी योग बन रहा है। इस बार शनि व्रत प्रदोष गजकेसरी योग में पड़ रहा है। ऐसे में इस व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है।

कुंभ और मीन राशि के जातकों को हो सकता है लाभ
शनि देव कुंभ और मीन राशि के स्वामी है। शनिवार को गजकेसरी योग बना रहा है। ऐसे में इस दिन शनि देव की विधि-विधान से पूजा करना इस राशि के जातकों को लाभ मिल सकता है।

मीन राशि के लोगों की खुल सकती है किस्मत
गजकेसरी योग मीन राशि में बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई लाभ मिल सकते हैं। आर्थिक बढ़ोतरी के साथ धन लाभ हो सकता है। साथ ही करियर और व्यापार में भी लाभ हो सकता है।

इस तरह करें शनि देव की पूजा
शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करें और शनि पाठ करें। शाम के समय शनि मंदिर में सरसो के दीपक का तेल जलाएं और काले तिल का दान करें।शनि चालीसा और शनि मंत्र का जाप करें। शनिवार के दिन सुंदरकांड करना भी लाभप्रद बताया गया है।

भूलकर भी शनिवार के दिन न करें ये काम
शनिवार के दिन पैसे का घमंड न करें। किसी का अपमान न करें और किसी को नुकसान न पहुंचाए। जहां तक संभव को दूसरों की मदद करें।