Festivals in August: अगस्त महीने के पहले 15 दिन बीत चुके हैं। कई बार तिथि, व्रत या त्योहार हमें याद नहीं रहते हैं जिसकी वजह से वो व्रत-त्योहार आदि पर हम पूजन नहीं कर पाते हैं। अगले 15 दिन में हिंदू धर्म के कुछ बहुत खास व्रत और त्योहार आने वाले हैं। इनमें गणेश चतुर्थी, राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत और वराह जयंती शामिल हैं। व्रत और त्योहार की इस स्टोरी में जानिए 16 अगस्त से 31 अगस्त तक के सभी व्रतों और त्योहारों के बारे में –
16 अगस्त 2020 – प्रदोष व्रत/ सिंह संक्रांति
18 अगस्त 2020 – अन्वाधान
19 अगस्त 2020 – भाद्रपद अमावस्या
20 अगस्त 2020 – अल हिजरा (इस्लामी नया साल)
21 अगस्त 2020 – वराह जयंती/ हरितालिका तीज व्रत
22 अगस्त 2020 – गणेश चतुर्थी
23 अगस्त 2020- ऋषि पंचमी
25 अगस्त 2020 – ललिता सप्तमी
26 अगस्त 2020 – राधा अष्टमी
29 अगस्त 2020 – परिवर्तनी एकादशी<br />30 अगस्त 2020 – प्रदोष व्रत
16 अगस्त, रविवार को प्रदोष व्रत है। साथ ही सूर्य गोचर कर सिंह राशि में प्रवेश भी कर रहा है। इसलिए इस दिन को सिंह संक्रांति भी कहा जा रहा है।
18 अगस्त, मंगलवार को अन्वाधान है। इस दिन अन्न का त्याग कर व्रत किया जाता है। अन्वाधान में श्री कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है।
19 अगस्त, बुधवार को भाद्रपद अमावस्या है। अमावस्या की शाम को पितृ तर्पण किया जाता है।
20 अगस्त, बृहस्पतिवार को इस्लाम धर्म के मुताबिक नए साल की शुरुआत होगी। इसे अलग हिजरा कहा जाता है।
21 अगस्त, शुक्रवार को वराह जयंती है। इस दिन भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया था। साथ ही इस दिन देश के कई हिस्सों में हरितालिका तीज भी मनाई जाएगी। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं गौरी शंकर की पूजा करती हैं।
22 अगस्त, शनिवार को गणेश चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश को दस दिन के विशेष पूजन के लिए लाया जाता है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश जैसे कई राज्यों में इस पर्व का बहुत महत्व है।
23 अगस्त, रविवार को ऋषि पंचमी है। इस दिन सनातन धर्म में ऋषियों-मुनियों का पूजन किया जाता है।
25 अगस्त, मंगलवार को ललिता सप्तमी है। ललिता श्री राधारानी की एक सखी का नाम है। इस दिन उनका प्राक्टय हुआ था।
26 अगस्त, बुधवार को राधा अष्टमी है। राधा अष्टमी श्री राधारानी के प्राक्टय उत्सव के रूप में मनाई जाती है।
29 अगस्त, शनिवार को परिवर्तनी एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। व्रत किया जाता है।
30 अगस्त, रविवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव, सूर्यदेव और शनिदेव का पूजन किया जाता है।