झाड़ू हमारे घर की सफाई करती है। लेकिन हिन्दू धर्म शास्त्रों में इसे माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि झाड़ू का कभी अपमान नहीं करना चाहिए। इसमें पांव नहीं लगाना चाहिए। मान्यता है कि यदि झाड़ू में पैर लग जाए तो इसे प्रमाण करना चाहिए। साथ ही माना जाता है कि इससे जुड़े शगुन-अपशगुन भी हमारे जीवन पर बहुत गहरा असर डालते हैं। कहते हैं कि दि झाड़ू से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान न रखा जाए तो वही बातें हमारे लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं झाड़ू से जुड़ी पांच मान्यताएं।
वास्तु की मानें तो झाड़ू को कभी भी घर में ऐसे स्थान पर नहीं रखना चाहिए जहां सभी नजर जाती है। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। झाड़ू को हमेशा छिपकार रखना चाहिए। घर में झाड़ू हमेशा दरवाजे की पीछे पश्चिम दिशा की ओर रखना अच्छा माना गया है। साथ ही झाड़ू को घर के अंदर खड़े करके नहीं रखना चाहिए। यह अपशकुन माना गया है। क्योंकि माना जाता है कि ऐसी झाड़ू घर में किसी की मृत्यु के बाद रखा जाता है।
इसके अलावा गृह-प्रवेश के समय नई झाड़ू लेकर ही घर के अंदर जाना चाहिए। यह शुभ शकुन माना जाता है। इससे नए घर में सुख-समृद्धि और बरकत होती है। साथ ही घर-परिवार सदैव खुशहाल रहता है। अगर घर का कोई सदस्य किसी खास और शुभ कार्य के लिए घर से निकला हो तो उसके जाने के तुरंत बाद घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए।
