Lunar Eclipse 2023: साल का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि को लगने वाला है। ये अद्भुत खगोलीय घटना 5 मई को होने वाली है। साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा कि नहीं इसको लेकर काफी कंफ्यूजन है। बता दें कि साल का पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल में लगा था, जो भारत में नहीं नजर आया था। लेकिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नजर आने वाला है। ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। आइए जानते हैं कि भारत में किस समय दिखेगा चंद्र ग्रहण और कब से शुरू होगा सूतक काल।
भारत में दिखेगा कि नहीं चंद्र ग्रहण?
बता दें कि साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नजर आने वाला है। टाइम एंड डेट डॉट कॉम के अनुसार, साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। ऐसे में अगर आसमान साफ रखा, तो आसानी से भारत में भी देख सकते हैं। इसके अलावा चंद्र ग्रहण दक्षिण/पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में दिखाई दे सकता है।

भारत में किस समय दिखेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण
भारतीय समय के अनुसार, चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू हो रहा है, जो देर रात 1 बजकर 1 मिनट पर समाप्त हो रहा है। रात 10 बजकर 52 मिनट पर ग्रहण अपने उच्चतम बिंदु पर होगा।
उपच्छाया चंद्र ग्रहण क्या है?
जब सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी आती है और ये तीनों ग्रह एक सीधी लाइन में होते हैं, तब चंद्र ग्रहण होता है। ऐसे में जब पृथ्वी की सीधी छाया चंद्र पर न पड़े तो उपछाया चंद्रग्रहण कहा जाता है।
भारत में सूतक काल मान्य होगा कि नहीं?
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है। साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नजर आने वाला है। ऐसे में सूतक काल भी मान्य होगा। सूतक काल लगने से 9 घंटे पहले से पूजा-पाठ आदि बंद हो जाएंगे। इसके साथ ही ग्रहण समाप्त होने के बाद ही सूतक समाप्त हो जाएगा।