Falgun Maas 2021: आज यानी 28 फरवरी से अगले महीने की 28 तारीख तक फाल्गुन मास रहेगा। बता दें कि इस महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण इस पूरे मास का नाम ही फाल्गुन रख दिया गया। हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र पहला माह होता है और फाल्गुन आखिरी माह माना जाता है। हिंदू धर्म में इस महीने को बेहद खास माना जाता है। इस महीने में शिवरात्रि और होली जैसे 2 महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं। कुछ दिन पहले ही बसंत ऋतु का आगमन होता है, इस कारण मौसम सुहाना हो जाता है और माहौल में रुमानियत छा जाती है।

किन देवी-देवताओं को पूजने का है विधान: किसी भी महीने में यूं तो सभी देवी-देवताओं की पूजा करना बेहतर माना गया है। हालांकि, जिन लोगों की तबीयत नासाज होती है उन्हें भगवान भोलेशंकर की पूजा-अर्चना करने की सलाह दी जाती है। कहते हैं कि इस पूरे महीने में महादेव को सफेद चंदन अर्पित करने से स्वास्थ्य लाभ होगा। वहीं, आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए मां लक्ष्मी की उपासना करनी चाहिए।

श्रीकृष्ण के 3 रूपों की होती है पूजा: फाल्गुन के महीने में श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने को भी लाभदायी माना गया है। कहते हैं कि जो दंपति संतान प्राप्ति को इच्छुक हैं, उन्हें इस महीने में बाल कृष्ण की आराधना करनी चाहिए। वहीं, प्रेम और आनंद के लिए युवा कृष्ण और ज्ञान-वैराग्य के लिए गुरु कृष्ण की पूजा होती है। माना जाता है कि जिस व्यक्ति को अधिक क्रोध आता है या जल्द ही चिड़चिड़ाहट होने लगती है उन्हें श्रीकृष्ण को पूरे फाल्गुन महीने में रोजाना अबीर या गुलाल जरुर अर्पित करना चाहिए।

इस कारण होती है चंद्र देव की अराधना: फाल्गुन मास को चंद्रमा की जयंती का महीना भी माना जाता है। ऐसे में इनकी पूजा से भी लाभ मिलेगा। व्यक्ति के मन के संचालक चंद्रमा होते हैं। कहते हैं जिन लोगों को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है, उनके लिए चंद्र देव को जल अर्पित करना शुभ साबित हो सकता है।

मार्च माह के व्रत-त्योहार: 2 मार्च को संकष्टी चतुर्थी, 6 को जानकी जयंती, 8 मार्च को महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती, गुरु रामदास जयंती, 9 मार्च को विजय एकादशी, 10 मार्च को प्रदोष व्रत होगा। 11 मार्च को महाशिवरात्रि, 13 को फाल्गुन अमावस्या, 14 मार्च को मीन संक्रांति, 15 मार्च को फूलेरा दूज का त्योहार मनाया जाएगा। 21 मार्च से होलाष्टक शुरू होंगे, 22 मार्च को आमलकी एकादशी, 26 मार्च को प्रदोष व्रत, 28 मार्च को होलिका दहन और 29 को होली है।