Ekadashi 2022 December: साल का आखिरी माह पूजा-पाठ और व्रत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस माह में कई व्रत पड़ रहे हैं। इस माह में दो बार एकादशी का व्रत पड़ रहा है। दोनों ही एकादशी व्रत का अपना अलग महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में एकादशी व्रत का महत्व अन्य व्रतों से अधिक बताया गया है।

दिसंबर में कब-कब पड़ रही एकादशी (Ekadashi 2022 December Date)

दिसंबर माह में 3 तारीख को मोक्षदा एकादशी और 19 तारीख को सफलता एकादशी का व्रत पड़ रहा है। इन दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा का महत्व बताया गया है।

मोक्षदा एकादशी 2022 पारण का समय (Mokshada Ekadashi 2022 December Parana Time)

मोक्षदा एकादशी शुक्ल पक्ष में पड़ रही है। एकादशी तिथि 3 दिसंबर से सुबह 5 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर 4 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगी। व्रत 3 को और पारण 4 दिसंबर को सुबह किया जाएगा। मान्यता के अनुसार इस दिन व्रत रखने से सभी पाप कट जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए इसे मोक्षदा एकादशी कहा जाता है।

सफला एकादशी 2022 पारण समय (Saphala Ekadashi 2022 December Parana Time)

सफला एकादशी कृष्ण पक्ष में पड़ रही है। पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 19 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 20 दिसंबर को सुबह 2 बजकर 32 पर तक रहेगी। सफला एकादशी का व्रत 19 दिसंबर को और पारण 20 दिसंबर को किया जाएगा।

मान्यता के अनुसार सफला एकादशी को व्रत रखने और पूजा करने से सभी मनोकानाएं पूरी होती है। साथ ही हर कार्य में सफलता भी मिलती है। इसलिए इसे सफला एकादशी कहा जाता है।

एकादशी पूजा विधि (Ekadashi Puja vidhi)

-सुबह सूर्योदय से पहले उठे और स्नान कर साफ कपड़े पहने।
-पूजा स्थल की सफाई करें और भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें।
-अब हल्दी, रोली, धूप और दीप से भगवान विष्णु की पूजा करें।
-तुलसी दल डालकर पंचामृत और फल का भोग लगाएं।
-पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें।
-पूजा के बाद व्रत का संकल्प लें।
-व्रत में अन्न नहीं ग्रहण करना होता।