Durga Puja 2018 Date: नवरात्रि का पवित्र पर्व चल रहा है। आज यानी कि 15 अक्टूबर, दिन सोमवार को छठा दिन है। इस दिन दुर्गा मां के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाती है। कहते हैं कि मां के इस रूप की पूजा-अर्चना करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। खास बात यह है कि आज से ही दुर्गा पूजा भी शुरू हो रही है। दुर्गा पूजा पंडालों में माता की प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। साथ ही कलश स्थापना का कार्य भी आज ही हो रहा है। कई पंडालों में दुर्गा मां की पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आज यानी सोमवार से ही पंडालों में भक्त मां की आराधना शुरू कर चुके हैं। मान्यता है कि नवरात्र में पंडाल में मां की आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
पंडालों में षष्ठी, सप्तमी और अष्ठमी को भक्त मां के दर्शन के लिए भारी तादात में जाते हैं। पंडाल के आसपास का समस्त वातावरण ही भक्ति में डूबा हुआ नजर आता है। बच्चे से लेकर बूढ़ों तक की जुबां पर मां का जयकारा गूंज रहा होता है। ज्यादातर पंडालों में रात के समय नृत्य, नाटक समेत कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन आयोजन में हिस्सा लेने के लिए भारी तादात में लोग आते हैं। इसके साथ ही नियमित रूप से शाम के समय दुर्गा मां की आरती की जाती है।
दुर्गा पूजा के संदर्भ में एक पौराणिक कथा प्रचिलत है। इसके मुताबिक महिषासुर नाम के एक राक्षस ने धरती के लोगों को काफी परेशान कर दिया था। महिषासुर के अत्याचारों से मुक्ति पाने के लिए देवी-दवताओं ने दुर्गा मां से मदद मांगी। दुर्गा जी ने महिषासुर का वध करके इस धरती को उसके पापों से सुरक्षित किया। दुर्गा पूजा को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि नवरात्र में दुर्गा पूजा करने से व्यक्ति को उसके पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है और वह धर्म के काम में लग जाता है।