Durga Ashtami Puja Samagri List in Hindi: नवरात्रि में पूरे 9 दिन आदि शक्ति मां दुर्गा की पूजा का विधान है। बता दें कि इस बार नवरात्रि का आरंभ 9 अप्रैल से हुआ है और 17 अप्रैल को इसका समापन होगा। वहीं इस साल अष्टमी तिथि 16 अप्रैल को मनाई जाएगी। वहीं आपको बता दें कि अष्टमी और नवमी को लोग उपवास खोलते हैं। इसके लिए कन्या पूजन किया जाता है और हवन आदि के बाद व्रत खोला जाता है। क्योंकि कुछ लोगों के यहां नवमी पूजने का विधान है तो कुछ लोगों के यहां अष्टमी पूजी जाती है। साथ ही दुर्गा अष्टमी और महानवमी की पूजा के लिए आपको हवन सामग्री और खास सामान की जरूरत होती है। जिनका प्रयोग करने के बाद ही पूजा सम्पूर्ण मानी जाती है। आइए जानते हैं पूजा सामग्री और पूजा- विधि…
चैत्र नवरात्रि 2024 अष्टमी तिथि (Durga Ashtami 2024 Date)
तिथि- चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 16 अप्रैल को है।
अष्टमी तिथि की शुरुआत – 15 अप्रैल को दोपहर में 12 बजकर 11 मिनट से हो रही है।
अष्टमी तिथि समाप्त- साथ ही इसका अंत 16 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर हो रहा है।
पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट Durgashtami 2024 Pujan Samagri)
– लाल चुनरी, लाल वस्त्र, मौली, श्रृंगार का सामान
– दीपक, घी-तेल, धूप, पंच पल्लव- आम, पीपल, गूलर, अशोक और वट के पत्ते, कपूर, लौंग, घी, इलायची</p>
– नारियल, साफ चावल, कुमकुम,
– फूल, देवी की प्रतिमा या फोटो
– पान, सुपारी, लौंग, इलायची, बताशे या मिश्री
– कपूर, फल-मिठाई, पान कलावा, बीसा या श्रीयंत्र, हवन कुंड, सामग्री
कन्या भोज की सामग्री
- – हलवा
- – चना
- – पूरी
दुर्गा अष्टमी पूजा विधि
दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान करके साफ- सुथरे वस्त्र धारण करें। वहीं जो मां दुर्गा की प्रतिमा या मूर्ति आपने स्थापित की है। वहां शुद्ध घी का एक दीपक जलाएं। साथ ही मां दुर्गा को लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार का सामान अर्पित करें। वहीं इसके बाद कुमकुम, अक्षत, मौली, लाल पुष्प, लौंग, कपूर आदि अर्पित करते हुए विधि पूर्वक पूजन करें। मतलब षोडशोपचार पूजन करें। साथ ही मां को पान, सुपारी और इलायची, फल और मिष्ठान अर्पित करें। वहीं अंत में दुर्गा चालीसा, आरती और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। वहीं पूजा के बाद कन्या पूजन करें।