ज्योतिष के अनुसार न्याय के देवता शनि देव अच्छे कर्म करने वालों को शुभ फल प्रदान करते हैं, तो वहीं बुरे कर्म करने वालों को दंड भी देते हैं. ज्योतिष में शनि को न्याय का देवता कहा गया है। मान्यता है कि हर व्यक्ति के जीवन में 3 बार शनि की साढ़ेसाती जरूर आती है। जिसमें एक साढ़ेसाती साढ़े सात साल की होती है और साढ़े सात साल में ढाई- ढाई साल की 3 ढैय्या भी होती हैं।
बता दें कि अभी मकर, कुंभ, धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। साथ ही मिथुन और तुला राशि के जातक ढैय्या से प्रभावित हैं। साढ़ेसाती और ढैय्या का नाम सुनकर व्यक्ति भयभीत हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है अगर आप कुछ ज्योतिषीय उपाय कर लें तो आप शनि देव के प्रकोप से काफी हद तक बच सकते हैं।
शनि ग्रह के अचूक उपाय (Shani Grah Ke Upay)
- ध्यान रखें कि शनिदेव की आराधना सूर्यास्त के बाद करना अधिक फलदायी माना जाता है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के जानकार भी यह सलाह देते हैं कि शनिदेव की पूजा और शनि ग्रह के उपाय सूर्यास्त ही करें क्योंकि शनि देव का समय सूर्यास्त के बाद ही शुरू होता है।
- शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ की जल में अर्पित करें। इसके बाद शनिदेव का ध्यान करते हुए सरसों के तेल का दीपक जलाएं। संभव हो तो शनिदेव के मंत्र ऊं शं शनैश्चराय नमः का भी जाप करें।
- एक कटोरी सरसों का तेल लें। इस तेल में अपने छवि देखें। फिर इस तेल को किसी गरीब या जरुरतमंद को दान कर दें। अगर आप चाहें तो इस तेल से दीपक जलाकर शनिदेव के मंदिर में भी रख कर आ सकते हैं। ऐसा करने से स्वास्थ्य लाभ भी होगा।(यह भी पढ़ें)- 2022 में इन 4 राशियों के लोगों को भाग्य का मिल सकता है पूरा साथ, सरकारी नौकरी लगने के भी हैं योग
- शनिवार का दिन ढलने के बाद कुष्ठ रोगियों को काले रंग का पेय पदार्थ पिलाएं। संभव हो तो उन्हें काले रंग के वस्त्र भी दान करें। खासतौर पर सर्दियों में काले रंग के गर्म वस्त्र दान करना उत्तम माना जाता है। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और आपना आशीर्वाद देते हैं।
- सात प्रकार का अनाज लें। इस अनाज को अपने सिर से सात बार घुमाएं। फिर चौराहे पर रहने वाले पक्षियों के लिए यह अनाज दान कर दें। संभव हो तो यह रोजाना करें वरना शनिवार के दिन इस उपाय को जरूर करें।